- दून में ट्यूजडे को नॉर्मल से 2 डिग्री कम रहा मैक्सिमम टेंपरेचर

- बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, थकान, एलर्जी से लग रहा डर

देहरादून, दिनभर बादल छाये रहने और ठंडी हवाएं चलने से दून में ट्यूजडे को मौसम खुशगवार रहा। जनवरी के बाद पहली बार दून में मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से कम रिकॉर्ड किया गया। 14 अप्रैल को मैक्सिमम टेंपरेचर 38 डिग्री के पास पहुंच गया था, जबकि ट्यूजडे को 30 डिग्री के पास रहा। मौसम में हुए इस बदलाव को स्वास्थ्य के दृष्टि से खतरनाक माना जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि टेंपरेचर का यह फ्लक्चुएशन सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायतें बढ़ा सकता है। ऐसे में जबकि कोविड इंफेक्शन पीक पर है, स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखना जरूरी है। जनरल फ्लू होने पर कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है।

नॉर्मल से कम टेंपरेचर

ट्यूजडे को दून में टेंपरेचर 30.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस कम है। दून में इससे पहले जनवरी में कुछ दिन तक मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से कम रहा था। फरवरी में पूरा महीना मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से ज्यादा रहा। 25 और 26 फरवरी को मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 7 और 8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। 25 फरवरी को दून में मैक्सिमम टेंपरेचर का ऑल टाइम रिकॉर्ड टूट गया था। एक दिन बाद 26 फरवरी को फिर से मैक्किम टेंपरेचर का नया रिकॉर्ड बना था। मार्च के महीने में भी लगातार मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से ज्यादा रहा।

14 अप्रैल के बाद गिरावट

बीते 14 अप्रैल को दून में मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 6 डिग्री ज्यादा 37.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, जो पिछले 10 वषरें में सबसे ज्यादा था। इसके बाद टेंपरेचर में और ज्यादा बढोत्तरी होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। 13 अप्रैल से धीरे-ध्ीरे मैक्सिसम टेंपरेचर में गिरावट आने लगी थी।

मैक्सिमम टेंपरेचर

डेट टेंपरेचर अंतर

14 अप्रैल 37.9 प्लस 6

15 अप्रैल 37.4 प्लस 5

16 अप्रैल 36.0 प्लस 4

17 अप्रैल 32.7 नॉर्मल 0

18 अप्रैल 33.5 प्लस 1

19 अप्रैल 35.0 प्लस 2

20 अप्रैल 30.4 माइनस 2

खतरनाक हो सकता है फ्लक्चुएशन

एक हफ्ते के भीतर मैक्सिमम टेंपरेचर में 7 डिग्री सेल्सियस का फ्लक्चुएशन के साथ ही पिछले कुछ दिनों से रात और दिन के टेंपरेचर में 18 डिग्री से ज्यादा का फ्लक्चुएशन चल रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार टेंपरेचर का यह फ्लक्चुएशन कई तरह की बीमारियों को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। खासकर ऐसे समय में जबकि कोविड 19 इंफेक्शन पीक पर है, मौसम के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। पूर्व मेडिकल ऑफिसर डॉ। जेपी देवशाली कहते हैं कि सीनियर सिटीजंस और बच्चों के प्रति ऐसे मौसम में बेहद सचेत रहने की जरूरत है। वे इस मौसम में कोविड नियमों में सख्ती से पालन करने की भी सलाह देते हैं।

वेडनसडे के लिए ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने वेडनसडे को भी दून में मौसम बदला हुआ रहने और गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही तेज झोंकेदार हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है। राज्य के पर्वतीय जिलों में बारिश और ओले गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही उत्तकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में ऊंचाई वाली पहाडि़यों पर बर्फ गिरने की संभावना भी जताई गई है।