-'बचा रहे बचपन' कैंपेन के तहत दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट व परवरिश संस्था ने संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल गिलट बाजार में कराई वर्कशॉप

-एक्सपर्ट ने स्टूडेंट्स को दिए चाइल्ड एब्यूज से बचने के लिए टिप्स, कहा, कुछ भी गलत हो तो आवाज उठाइए

चाइल्ड एब्यूज को लेकर खामोशी जिंदगी भर के लिए परेशानी की वजह बन सकती है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि चाइल्ड एब्यूज पर चुप न रहा जाए। कुछ भी गलत होने पर पूरी ताकत से चिल्लाकर नो कहिए। यह बातें दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट, रेडियो सिटी और परवरिश संस्था द्वारा चलाए जा रहे 'बचा रहे बचपन' कैंपेन के तहत हुई वर्कशॉप में बताई गई। मंगलवार को संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल, गिलट बाजार में परवरिश संस्था के चाइल्ड काउंसलर आदित्य नैय्यर ने चाइल्ड एब्यूज को लेकर स्टूडेंट्स को टिप्स दिया।

'टच' से कराया रूबरू

इस वर्कशॉप के दौरान चाइल्ड काउंसलर आदित्य ने स्टूडेंट्स को डिफरेंट टाइप के टच से रूबरू कराया। उन्होंने गुड टच और बैड टच के साथ-साथ अनसेफ टच पर भी विस्तार से जानकारी दी। वर्कशॉप में ब्वायज व ग‌र्ल्स दोनों ने चाइल्ड एब्यूज से रिलेटेड कई सवाल पूछे। आदित्य नैय्यर ने इस दौरान स्टूडेंट्स की झिझक को तोड़ने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने स्टूडेंट्स के ऐसे सवालों का भी जवाब दिया जिसे पूछने में वो शरमा रहे थे।

वीडियोज में दिखाए चुभते सच

वर्कशॉप में एक्सपर्ट आदित्य ने स्टूडेंट्स को कई शॉकिंग फैक्ट्स से रूबरू कराया। उन्होंने बताया कि चाइल्ड एब्यूज के 90 परसेंट से ज्यादा केसेज में आरोपित परिचित ही होते हैं। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स को कुछ वीडियोज भी दिखाए। एक वीडियो में दिखाया कि एक बच्चे के साथ उसके ही चाचा ने ही गलत हरकतें की हैं। इसके बाद वह बच्चा इशारों में अपने पैरेंट्स से अपनी आपबीती शेयर करता है।

चाइल्ड एब्यूज से खुद को ऐसे बचाएं

क्। प्राइवेट पा‌र्ट्स पर सिर्फ आपका हक

इस दौरान चाइल्ड काउंसलर आदित्य ने स्टूडेंट्स को ह्यूमन बॉडी में मौजूद प्राइवेट पा‌र्ट्स के बारे में बताया। उन्होंने लिप्स, ब्रेस्ट, पैरों के बीच का एरिया और बॉटम पर सिर्फ आपका हक है। इन प्राइवेट पार्ट्स को पैरेंट्स के अलावा किसी अन्य को छूने न दें। इन्हें सिर्फ डॉक्टर्स टच कर सकते हैं, वह भी पैरेंट्स की मौजूदगी में।

ख्। बचने के लिए उठाएं हर जरूरी कदम

काउंसलर आदित्य ने बताया कि एब्यूज से बचने के लिए आप कोई भी कदम उठा सकते हैं। आप जोर से चिल्लाइए, ताकि लोग आपकी आवाज सुन सकें। अगर आपका मुंह बंद कर दिया है तो उसको काट लीजिए। बचने के लिए एब्यूजर पर ईट-पत्थर भी फेंक सकते हैं। इस मामले में कानून पूरी तरह आपके साथ है और आपको फुल प्रोटेक्शन मिलेगी।

फ्। पब्लिक प्लेस पर जाकर खुद को बचाएं

चाइल्ड एब्यूज से बचने का दूसरा अहम टिप्स है कि एब्यूज करने वाले की पकड़ से भागकर पब्लिक प्लेस पर पहुंचना। हां, इस दौरान इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखें कि यह किसी को न बताएं कि आपके साथ क्या गलत हुआ है। ऐसा करने पर वह शख्स मदद करने के नाम पर आपकी सिचुएशन का गलत फायदा उठा सकता है। इसके बदले घर से भटक जाने का बहाना बनाकर किसी से फोन मांगें और पैरेंट्स को फोन करें।

ब्। डर को दूर भगाएं

चाइल्ड काउंसलर आदित्य ने बताया कि चाइल्ड एब्यूज के मामले में सबसे बड़ा हथियार होता है डर। एब्यूज करने वाला बच्चों को डराता है कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो मार डालूंगा। लेकिन यकीन मानिए, जितना वह डरा रहा है उससे कई गुना ज्यादा वह खुद डरा हुआ होता है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि उसके डर के प्रभाव में न आएं। उसके खिलाफ खुलकर आवाज उठाएं।

भ्। पैरेंट्स करें बच्चों पर भरोसा

काउंसलर आदित्य के मुताबिक एब्यूज के केस में पैरेंट्स का रोल भी बहुत इंपॉर्टेट होता है। अपनों बच्चों से लगातार डिस्कशंस करें। उनके साथ फ्रेंडली बिहैवियर रखें। क्लास की एक्टिविटीज के बारे में पूछें। उन्हें खराब से खराब सिचुएशन को हैंडल करने के लिए पूरी तरह से ट्रेंड करें। अगर कभी आपका बच्चा चाइल्ड एब्यूज का जिक्र करे तो उसे भरोसा दिलाते हुए उसपर यकीन करें।

चाइल्ड एब्यूज का एक घिनौना पहलू यह है कि इसमें 90 परसेंट से ज्यादा जान-पहचान वाले ही आरोपी होते हैं। बच्चों को अवेयर करना होगा। उन्हें सही-गलत की पहचान बतानी होगी। तभी हम इस पीढ़ी को प्रोटेक्ट कर पाएंगे।

-आदित्य नैय्यर,

चाइल्ड काउंसलर, परवरिश संस्था

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की यह अच्छी पहल है। इससे बच्चों को अवेयर करने में मदद मिलेगी। साथ ही उन्हें यह पता चल जाएगा कि कहां उनके साथ गलत हो रहा है। समय रहते वो इसका विरोध भी कर पाएंगे।

-अमिता सिंह, प्रिंसिपल

इस तरह के वर्कशॉप से बच्चे लाइफ में होने वाली घटनाओं से पहले ही एलर्ट हो जाते हैं। क्योंकि उन्हें पहले से चीजें पता होती हैं। यह दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट और परवरिश संस्था का अच्छा प्रयास है। इससे बच्चों को हेल्प मिलेगी।

-स्नेहा सिंह, टीचर

वर्कशॉप से हम लोगों को कई अहम जानकारियां मिलीं हैं। जरूरत पड़ने पर इन टिप्स को अपनाया जा सकता है। साथ ही अपने जानने वालों को भी इससे रूबरू करा सकते हैं। यहां बताई गई टिप्स फ्यूचर में काफी हेल्पफुल हो सकती हैं।

-कृति राय, स्टूडेंट

इस वर्कशॉप से हम लोगों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। इस एज में यह जानकारियां कहीं मिल नहीं पातीं। यह अच्छा रहा कि सिर्फ ग‌र्ल्स को ही नहीं, बल्कि ब्वॉयज को भी चाइल्ड एब्यूज से रिलेटेड टिप्स दिए गए।

मान्या श्रीवास्तव, स्टूडेंट

इस तरह के वर्कशॉप आगे भी आयोजित होने चाहिए। इससे हमें अच्छी जानकारी मिलती है। कम से कम क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए यह सीखने को मिला। बहुत ही सॉलिड और हेल्दी वे में बातें बताई गई।

-सोमेश राय, स्टूडेंट

यह पता चला कि खामोश नहीं चाहिए। अच्छी बात यह रही कि वर्कशॉप में खूब सवाल भी पूछने को मिले। इस तरह से एक्सपर्ट ने बहुत सारे डाउट्स को क्लियर कर दिया। जो प्वॉइंट छूट रहे तो उनको भी जानने का मौका मिला।

-आदित्य सिंह, स्टूडेंट