केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री विजय कुमार सिंह इन दिनों जबूती में हैं जहा से वे गृहयुद्ध की स्थिति में फंसे यमन में मौजूद भारतीयों को वापस भेजने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं. वैसे तो अपनीं काम को सही तरीके से कर के सिंह बेहद खुश हैं लेकिन उन्होंने पहले तो ये विचार जताए कि यमन में फंसे भारतीयों को वापस निकालने से ज्यादा एक्साइटिंग उन्हें पाकिस्तान डे सेलिब्रेशन में शामिल होना लगा था. इस बात पर जब मीडिया में उनकी खिंचाई हुई तो उन्होंने मीडिया को प्रेसटीट्यूट कह डाला और ये बात उन्होंने एक ट्वीट में कही. जिसके बाद अब हर तर फ उनकी निंदा हो रही है और पॉलिटिकल पार्टीज भी उनक मजाक बना रही हैं.


राजनीतज्ञों ने मंत्री महोदय को असंवेदनशील बताया है और कहा कि इस बयान से उनकी मानसिकता सबके सामने आ गयी है. ट्वीट के जरिए मीडिया पर किया गया कटाक्ष सिंह ने जिबूती में प्रेस ब्रीफिंग के बाद किया. मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह जबूती में काम करना पाकिस्तान हाई कमिशन में जाने से कम एक्साइटिंग है.  उनका यह बयान काफी सुर्खियों में रहा.  इसके बाद उन पर आ रहे कमेंट्स के बाद सिंह ने अपना निशाना मीडिया संस्थानों को बनाया जो पाकिस्तान दिवस में शामिल होने को लेकर उनपर लगातार हमलावर रहे थे. इस बीच ही सिंह ने ट्वीटV K Singh कर दिया कि 'दोस्तो, आप presstitutes से क्या उम्मीद करेंगे?'

दरसल पिछले महीने पाकिस्तान दिवस पर पाक दूतावास में आयोजित पार्टी में शामिल होने गए वी के सिंह ने केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के लिए तब मुसीबत पैदा कर दी जब उन्होंने ट्विटर पर इसे 'ड्यूटी' बताते हुए 'डिस्गस्ट' जैसे शब्दरें का इस्तेमाल किया था. उन्होंने हैशटैग के साथ दोनों ही शब्दों को ट्वीट किया था. हालांकि मामला गर्माने पर सिंह मीडिया के सामने आए और प्रेस नोट पढ़कर सफाई देने की भी कोशिश की लेकिन उस मामले में भी उन्होंने पूरी तरह मीडिया को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था.

Hindi News from India News Desk

 

National News inextlive from India News Desk