नई दिल्ली (एएनआई)। देश में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या 5,28,859 और मृतकों की संख्या भी बढ़कर 16,095 हो गई है। दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस दाैरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोगों को परेशान होने की जरुरत नही है। सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड​​-19 के प्रसार को रोकने के लिए और बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं। 30 जून तक यहां कोरोना वायरस पीड़ितों के उपचार के लिए एडवांस में 30,000 बेड उपलब्ध होंगे। रेलवे के डिब्बों में 8,000 बेड बनाए गए हैं और 8,000 बेड तैयार किए जा रहे हैं।

डीआरडीओ बना रहा कोविड-19 अस्पताल

इसके अलावा डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) एक स्पेशल कोविड- 19 अस्पताल बना रहा है, जिसमें 250 ICU बेड होंगे और वेंटिलेटर भी होंगे। वहीं बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए 10,000- राधा सोमी ब्यास, (छतरपुर) में बेड बनाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह दिल्ली के लोगों की चिंता थी कि निजी अस्पताल मनमाना दर वसूल रहे हैं। ऐसे में मेरी बैठक में एक निर्णय लिया गया कि डॉक्टरों की एक समिति बनाई जाएगी जो निजी अस्पतालों से जुड़े इश्यू सुनेगी। इसके साथ ही कोविड-19 रोगियों को बेस्ट ट्रीटमेंट मुहैया कराया जाएगा।

आइसोलेशन बेड की दरें ऐसे की गई हैं कम

अमित शाह ने कहा कि आइसोलेशन बेड की दरें जो पहले 24,000 रुपये से 25,000 रुपये थीं, उन्हें घटाकर 8000 रुपये से 10,000 रुपये कर दिया गया है। बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू की दरें 34,000 रुपये से 43,000 रुपये के बीच थीं अब यह 13,000 रुपये से 15,000 रुपये है। वेंटिलेटर्स वाले आईसीयू पहले 44,000 रुपये से 54,000 रुपये तक थे अब इसे 15,000 रुपये से घटाकर 18,000 रुपये कर दिया गया है। इसमें कोविड​​-19 के लिए दवाएं व टेस्टिंग शामिल हैं। दिल्ली सरकार, एम्स और आईसीएमआर के डॉक्टरों को मिलाकर टीमें गठित की गईं।

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