लंदन (एएनआई)। दुनिया के बेहतरीन टेनिस प्लेयर्स में से एक रोजर फेडरर को विंबल्डन में हार से गहरा दुख पहुंचा है। स्विस प्लेयर ने बुधवार को पोलैंड के ह्यूबर्ट हर्काज से हारने के बाद कहा, "मैं वास्तव में नहीं जानता कि क्या यह उनका आखिरी विंबल्डन है।' हर्काज ने 39 वर्षीय फेडरर को हराकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हर्काज ने यहां सेंटर कोर्ट में चल रहे ग्रैंड स्लैम के क्वार्टर फाइनल में फेडरर को सीधे सेटों में 6-3, 7-6, 6-0 से हराया।

हार से काफी निराश फेडरर
विंबलडन की आधिकारिक वेबसाइट ने फेडरर के हवाले से कहा, "मैं वास्तव में नहीं जानता कि क्या वह आखिरी बार था जब मैं विंबलडन खेलूंगा। मुझे कुछ दिन लगेंगे, फिर वहां से जाउंगा। ह्यूबर्ट ने शानदार खेला। यह कठिन था, आप जानते हैं।" उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से पिछले कुछ मैच ऐसे रहे जिसमें आप महसूस कर सकते हैं कि आप इससे वापस नहीं आ रहे हैं। मैं उस तरह की स्थिति का अभ्यस्त नहीं हूं।'

अब उतारेंगे थकान
विश्व के पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी ने कहा कि वह हार से निराश हैं और उन्होंने स्वीकार किया कि वे "बहुत थक गए" हैं। फेडरर ने कहा, "पिछले 18 महीने लंबे और कठिन रहे हैं। [हार के] पल में मुझे बहुत निराशा हुई। मैं बहुत थका हुआ महसूस कर रहा हूं। मैं अभी झपकी ले सकता हूं।" फेडरर ने आगे कहा, "आप मैच जीतने के लिए सबकुछ लगा देते हैं और जब यह सब खत्म हो जाता है तो आप बस सो सकते हैं क्योंकि आप मानसिक रूप से खुद को आगे बढ़ाने के लिए तैयार कर रहे होते हैं।'

संन्यास पर विचार नहीं
इस हार के बाद क्या फेडरर संन्यास ले लेंगे। इस पर दिग्गज ने कहा, 'नहीं, यह केवल लोगों की सोच है। जब आप रिहैब से गुजर रहे हों तो आपको एक लक्ष्य की आवश्यकता होती है। आप एक बार में पूरे पहाड़ पर चढ़ने के बारे में नहीं सोच सकते। आपको कदमों में जाना होगा। विंबलडन प्रारंभिक पहला सुपर-स्टेप था।' बता दें पिछले साल फेडरर के दो बार घुटने की सर्जरी हुई थी।

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