फ्लैग: पीडि़त महिला ने लेखपाल पर लगाया दो लाख रिश्वत मांगने का आरोप

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-संपूर्ण समाधान दिवस पर रिश्वत मांगने की शिकायत करने आई थी महिला

- नाक व मुंह से निकला ब्लड, पीडि़ता के खिलाफ लेखपाल ने दर्ज कराई एफआईआर

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बरेली : अपनी जमीन का हक पाने की आस में समाधान दिवस पहुंची महिला को लेडी कॉस्टेबल ने इतना जोरदार थप्पड़ जड़ा कि उसकी नाक और मुंह से खून की धार निकल गई। महिला का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने अफसरों के सामने लेखपाल की शिकायत कर दी थीयह सारा वाकया कमिश्नर रणवीर प्रसाद के सामने हुआ और अब इसके वीडियो पूरे शहर में वायरल हैं।

पीडि़त की शिकायत पर लेडी कांस्टेबल ने उसे सिर्फ पीटा नहीं, बल्कि घसीटकर बाहर निकालने की कोशिश भी की। इस बीच भीड़ जुट गई, तो मामला बिगड़ने का अंदेशा होते देख अफसरों ने बीचबचाव के निर्देश दिए। इस दौरान एसपी आरए डॉ। संसार सिंह और एडीएम प्रशासन वीके सिंह भी मौजूद थे।

पीडि़ता पर ही एफआईआर

महिला को रोता बिलखता देख भीड़ लग गई। इससे पहले की हंगामा शुरू होता, अधिकारियों के कहने पर पीडि़ता को किसी तरह समझाकर घर भेज दिया गया। हद तो तब हो गई जब देर शाम लेखपाल अनिल ने पीडि़त महिला के ही खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने की एफआईआर करा दी।

यह है पूरा मामला

मीरगंज के बैरमनगर की रहने वाली सोनी देवी ट्यूजडे को सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थनापत्र लेकर पहुंची थीं। वह अफसरों को अपना शिकायती पत्र देना चाहती थीं, लेकिन मौके पर मौजूद लेडी कांस्टेबल ने उसे रोक लिया। अफसरों के निर्देश पर कांस्टेबल ने सोनी को बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन वह तहसील भवन में ही अफसरों के सामने जमीन पर बैठ गई। कांस्टेबल ने हटाने की कोशिश की, लेकिन महिला शिकायत करने पर अड़ी रही। इसी बात पर महिला कांस्टेबल ने उसे पीटना शुरू कर दिया।

दो लाख की रिश्वत का आरोप

पीडि़ता सोनी ने बताया कि एक साल से जमीन के पट्टे को लेकर तहसील के चक्कर काट रही थी। लेखपाल इसके लिए दो लाख रुपए की मांग कर रहे थे। सोनी ने शिकायती पत्र में बताया है कि उसके पट्टे का नम्बर 1945 है जो उसके नाम है, जबकि उसे दूसरे का पट्टा दिया जा रहा है, जो नदी के पास है। महिला अपना ही पट्टा नंबर के हिसाब से मांग रही थी।

सुसाइड की कोशिश

पिछले कई समाधान दिवसों में महिला अपनी शिकायत लेकर आ रही थी। कभी डीएम से तो कभी एसडीएम से शिकायत कर रही थी, पर उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी। एक बार तो वह केरोसिन लेकर पहुंची थी।

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47 शिकायतों में एक निस्तारित

कुल 47 शिकायतें आईं, जिसमें से सिर्फ एक शिकायत का ही निस्तारण हो सका, जबकि डिप्टी सीएमओ समेत आठ अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनमे राजस्व की 20, पुलिस की 5, विकास की 4, अन्य विभाग की 12 शामिल रहीं।

कई अफसर रहे नदारद

समाधान दिवस पर शिकायतें सुन रहे एडीएम (ई) वीके सिंह ने दोपहर के समय नामित अधिकारियों की उपस्थिति चेक की तो डिप्टी सीएमओ, चकबंदी अधिकारी, सहायक अभियंता नलकूप व आरईएस, सीडीपीओ शेरगढ़, बीईओ मीरगंज, फतेहगंज व शेरगढ़, बीडीओ फतेहगंज, एडीओ (पंचायत) मीरगंज, एडीओ (कृषि) शेरगढ़, एडीओ (सहकारिता ) शेरगढ़, एडीओ (समाज कल्याण) फतेहगंज पश्चिमी आदि नदारद रहे। सीएचसी अधीक्षक, ईओ नगर पंचायत मीरगंज, शीशगढ़, फतेहगज, एसडीओ सिंचाई, सहायक अभियंता जल निगम, लघु ¨सचाई, थानां प्रभारी फतेहगंज, शीशगढ़ व शेरगढ़, बीईओ मीरगंज, फतेहगंज, शेरगढ़, ईओ नगर पंचायत मीरगंज, फतेहगंज, शीशगढ़ आदि ने अपने प्रतिनिधि भेज जवाबदेही से बचने का प्रयास किया।

महिला को पहले से ही पट्टा दे रखा है। वह जमीन उन्होंने बटाई पर दे रखी है। उनकी स्थिति को देखते हुए वृक्षारोपण का भी एक पट्टा किया गया लेकिन वह मनचाही जगह मांग रहीं हैं, जो देना संभव नहीं है। उसी को लेकर अनावश्यक रूप से समाधान दिवस में हंगामा किया। थप्पड़ मारने का आरोप गलत है। लेडी कांस्टेबल उन्हें रोक रहीं थीं, तभी चोट लगी है।

वीके सिंह, एडीएम प्रशासन