नई दिल्ली (एएनआई)। पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मुख्य आरोपी ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार से दिल्ली पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान सुशील खुद को बेगुनाह बता रहा है। यही नहीं छिपने को लेकर सुशील ने बताया कि, उन्हें गुमराह किया गया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा, "पुलिस पूछताछ के दौरान, सुशील कुमार ने दावा किया कि वह निर्दोष है और उसे उसके आसपास के कुछ लोगों ने गुमराह किया था जिन्होंने उसे छिपने की सलाह दी थी। पहलवान ने कहा, 'मैं हत्या क्यों करूंगा। मैं कभी भी हत्या करने के बारे में नहीं सोच सकता। मैं किसी गैंगस्टर्स का समर्थन नहीं करता।'

साइकोलाजिस्ट की मदद लेगी पुलिस टीम
उन्होंने यह भी बताया कि सागर धनखड़ हत्याकांड में साजिश का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच एक मनोवैज्ञानिक की मदद ले रही है। अधिकारी ने कहा, "सुशील काफी चालाक हैं और वह मानसिक रूप से इतना मजबूत है कि वह जवाबों में हेरफेर कर सकता है। इसलिए पुलिस को मनोवैज्ञानिक की मदद लेने की जरूरत है।" क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक सुशील कुमार साइकोलाॅजिस्ट का सामना करने से डरते हैं और मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ द्वारा तैयार किए गए सवालों से बचना चाह रहे हैं। अधिकारी ने कहा, 'सुशील अपना बयान बदल रहा है। हमने आठ गवाहों से पूछताछ की है। उनकी गवाही के बाद, सुशील पहलवान को पकड़ लिया गया था। उनके चार सहयोगियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।'

23 मई को किया गया था अरेस्ट
छतरसाल स्टेडियम में 4 मई को पहलवानों के बीच विवाद की एक घटना सामने आई थी, जिसमें कुछ पहलवान घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था और उनमें से एक धनखड़ की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना में सुशील कुमार का भी नाम सामने आया और उन पर भी हत्या का आरोप लगा है। 23 मई को पहलवान सुशील कुमार को उनके सहयोगी अजय बक्करवाला के साथ राष्ट्रीय राजधानी के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया था।