मालदा मामले की सही जानकारी एकत्रित करने भेजी थी थी टीम
सूत्रों के मुताबिकमालदा हिंसा की सही और पूरी जानकारी एकत्रित करने पहुंची सांसदों की तीन सदस्यीय टीम को रेलवे स्टेशन पर ही रोक लिया गया। इस दौरान एसएस आहलूवालिया ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उनके अनुसार, ममता कुछ भी कर सकती हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मालदा कांड की सही जानकारी और तथ्यों का पता लगाने के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद भूपेंद्र यादव, सांसद एसएस अहलूवालिया और बीडी राम को भी शामिल किया गया था। इस टीम को मालदा के हिंसाग्रस्त व तनावग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को पूरी रिपोर्ट सौपनी है।
हिंदू संगति सभा के कार्यक्रम पर भी रोक
वहीं, पश्चिम बंगाल के मालदा में एक हफ्ते पहले हुई कालियाचक हिंसा के विरोध में रविवार को हिंदू संगति सभा की तरफ से आयोजित कार्यक्रम को पुलिस ने नहीं होने दिया। पुलिस ने सभा के नेता जितेंद्र चौधरी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि हिंदू संगति सभा ने कालियाचक कांड के विरोधस्वरूप सोशल मीडिया पर एक पोस्टर पोस्ट कर विरोध सभा आयोजित होने की जानकारी दी थी। पुलिस को इसका पता चला तो उसने पोस्टर में दर्ज फोन नंबर पर कॉल करके जितेंद्र चौधरी को गाजोल थाने बुलाया। शनिवार दोपहर वह अपने तीन साथियों के साथ थाने पहुंचे। पुलिस ने थाने में ही चारों को रोक लिया और अर्द्धरात्रि दो बजे के करीब तीन को छोड़ दिया और जितेंद्र को गिरफ्त में लेकर रविवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। इस संबंध में एसपी प्रसून बनर्जी ने बताया कि जितेंद्र चौधरी के विरुद्ध सोशल मीडिया में गलत टिप्पणी करने का आरोप था जिस कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया।
पैंगबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद शुरू हुआ विवाद
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