इस रेस्पेक्टेड ब्रिटिश लिट्रेचर अवॉर्ड के पॉसिबल्स की लिस्ट में कोलकाता बार्न नील मुखर्जी भी शामिल हैं जो इस साल के बुकर अवॉर्डस की लिस्ट में भी शामिल थे पर प्राइज नहीं जीत सके. नील को उनकी बुक "द लाइव्स ऑफ अदर्स" के लिए नॉमिनेट किया गया है. बाकि तीन और इंडियन ओरिजन के राइटर्स जो 2015 फोलियो प्राइज के प्राब्लस की लिस्ट में शामिल हैं उनमें से एक हैं अमेरिका में रह रहे अखिल शर्मा जिन्हें उनकी बुक "फैमिली लाइफ" के लिए, सेकेंड हैं मुंबई की जेरी पिंटो जिन्हें बुक "एम एंड द बिग हूम" के लिए और थर्ड हैं कश्मीरी जनर्लिस्ट और राइटर मिर्जा वहीद जिन्हें उनके नॉवेल "द बुक ऑफ गोल्ड लीव्स" के लिए नॉमिनेट किया गया है.

मुखर्जी की नॉवेल 1960 के डिकेट में कोलकाता में रहने वाले एक शख्स के एक्सट्रीमिस्ट पॉलिटिकल एक्टिविज्म पर बेस्ड है. उन्हें 2014 में सेम नॉवेल के लिए 50 हजार ब्रिटिश पाउंड की प्राइज मनी वाले मैन बुकर अवॉर्ड के लिए भी नॉमिनेट किया गया था लेकिन वे प्राइज नहीं जीत सके.

इन चारों इंडियन ओरिजन के राइटर्स को ये प्राइज हासिल करने के लिए "द जोन आफ इंटरेस्ट" के राइटर मार्टिन अमिस और स्टोन मैट्रेस के राइटर मार्ग्रेट एटवुड जैसे कुछ रिनाउंड राइटर्स से कंपीट करना होगा. इस लिस्ट में पाकिस्तान बॉर्न कामिला शम्सी की फर्स्ट वर्ल्डं वॉर के एक पख्तून सोल्जर की स्टोरी पर बेस्ड नॉवेल "ए गॉड इन एव्री स्टोन" भी शामिल की गयी है.

फोलियो प्राइज के लिए ब्रिटिश राइटर विलियम फिएंस को जजेस की कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. ये कमेटी फाइनल 8 राइटर्स के नामों का अनाउंसमेंट नेक्स्ट ईयर 9 फरवरी को करेगी. इसके बाद फाइनल विनर के नाम का अनाउंसमेंट 23 मार्च को किया जाएगा.

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