ये है कातिल जापानी स्कूल गर्ल
ये वाक्या है 1 जून 2004 का। 11 साल की एक स्कूल की छात्रा ने 12 साल के अपने क्लासमेट सातोमी मितारिया का खून कर दिया। ये घटना है जापान के एक एलिमेंट्री स्कूल की। छात्रा ने इस घटना को लंच टाइम में खाली क्लासरूम में अंजाम दिया। लड़की ने मितारिया के गले और बाह को घरेलू धारदार चाकू से काट दिया। खून करने के बाद छात्रा ने मितारिया की बॉडी को क्लासरूम में ही छोड़ दिया और खून से सने कपड़ों में ही अपनी क्लास में पहुंच गई। टीचर जब क्लास में पहुंची तो उन्होंने मितारिया की बॉडी को जमीन पर पड़ा पाया। उन्होंने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने उस लड़की को कस्टडी में ले लिया। कस्टडी में उस छात्रा ने बताया कि मितारिया हमेशा उसके वजन को लेकर उसपर 'गुडी-गुडी' करके कमेंट करता रहता था। ये उसको पसंद नहीं आता था, इसीलिए उसने ऐसा किया। 15 सितंबर 2004 को जापानी फैमिली कोर्ट में उसका मामला पहुंचा। यहां से चार साल के लिए उसे सरकारी किशोर सुधारक ग्रह में भेज दिया गया।
11 साल के बच्चे ने पिता की मंगेतर को मार डाला
11 साल के बच्चे ने 20 फरवरी 2009 को अपने पिता की गर्भवती मंगेतर को मार दिया। इस बच्चे का नाम है जॉर्डन। इसने पिछले महीने अपने पिता की गर्भवती मंगेतर केंजी हॉक (26) के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी थी। उसने केंजी की हत्या उस वक्त की जब वह सो रही थी। उसने केंजी के सिर के पीछे शॉटगन को कंबल में लपेट कर गोली चला दी थी। केंजी नौ महीने की गर्भवती थी। उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। इससे पहले उसकी सात और चार साल की दो बेटियां हैं। ये सभी जॉर्डन और उसके पिता क्रिस ब्राउन के साथ उनके घर पर ही रहते थे। केंजी की हत्या कर जॉर्डन घर से भाग कर अपनी स्कूल बस पकड़ने चला गया। उसके रिश्तेदारों का कहना है कि जॉर्डन को केंजी और उसके बच्चे पसंद नहीं थे। अमेरिकी कोर्ट में ग्यारह साल के एक लड़के पर वयस्कों की अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है। इस बच्चे को अमेरिकी कानून के मुताबिक उम्रकैद की सज़ा हो सकती है। वहां की अदालत के अनुसार जॉर्डन ब्राउन की हरकत ऐसी नहीं है कि उस पर बच्चों की अदालत में मुकदमा चलाया जाए। वैसे बच्चे के वकील कोशिश कर रहे हैं कि यह मामला बच्चों की अदालत में जाए।
ब्वॉयफ्रेंड को मंजूरी नहीं दी तो खत्म कर दिया पूरा परिवार
22 अप्रैल 2006 को, जब जासमिन रिचर्ड सिर्फ 12 साल की थीं, उसने और उसके ब्वायफ्रेंड ने मिलकर लड़की के माता-पिता और उसके छोटे भाई को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को उन्होंने अपने घर पर ही अंजाम दिया। कारण सिर्फ ये था कि रिचर्ड के पेरेंट्स 23 साल के उसके ब्वॉयफ्रेंड जेर्मी से उसके संबंधों को इजाजत नहीं दे रहे थे। माता-पिता को मारने के बाद उन दोनों ने लड़की के छोटे मासूम भाई की भी गर्दन काट दी। 9 जुलाई 2007 को रिचर्ड को फर्स्ट डिग्री कत्ल के आरोप में दोषी पाया गया। दोनों को सजा दी गई। लड़की को सजा के साथ-साथ मनोवैज्ञानिकों के संरक्षण में भी रखा गया।
ब्राजील के इस टीन एज लड़के ने पूरे परिवार को खत्म कर की खुदकुशी
ब्राजील के साउ पाउलो में एक लड़के को अपने पुलिस ऑफीसर पेरेंट्स, अपनी दादी मां और आंटी का कत्ल करने का दोषी पाया गया। ये खूनी खेल यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके बाद उस लड़के ने खुद को भी खत्म कर लिया। पुलिस का मानना है कि 13 वर्षीय मार्सेलो पसिघिनी ने सभी को .40 कैलिबर की पिस्तौल से खत्म किया। मरने वालों में सार्जेंट लुइज़ मार्सेलो पेसिघिनी (40), पत्नी एंड्रिया रेजिना (36), दादी बेनेडिटा (65) और चाची बेरनाडेटे (55) शामिल थे। इन सभी को उनके बिस्तर पर मारा गया था। मार्सेलो के बेस्ट फ्रेंड ने बताया कि वह अक्सर कहता था कि वह अपने पेरेंट्स को मारकर हिटमैन बनना चाहता है। इसकी प्रेरणा उसने कुख्यात एमिटीविले में हुई हत्याओं से ली थी।
13 साल के बच्चे ने किया अपने दुधमुंहे भाई का कत्ल
क्रिश्चियन की उम्र उस समय सिर्फ 12 साल थी। उस समय उसने अपने सौतेले दुधमुंहे भाई को मौत के घाट उतार दिया। क्रिश्चियन की मां ने जब क्रिश्चियन को जन्म दिया था, तब उनकी उम्र भी 12 साल थी। क्रिश्चियन ने अपने सौतेले पिता की आत्महत्या भी इस कम उम्र में ही देख ली थी। क्रिश्चियन का आरोप था कि उसके पिता उससे पहले उसका यौन शोष्ाण करते थे। 2011 में 13 साल के इस क्रिश्चियन को अपने भाई के फर्स्ट डिग्री मर्डर के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया। इस पर भी अपने 5 साल के भाई का यौन शोषण करने का आरोप लगा।
चार साल के बच्च्ो का खेल में दबा दिया गला
1968 मई में मैरी फ्लोरा बेल ने चार साल के मार्टिन ब्राउन की गला दबाकर हत्या कर दी। ये घटना है इंग्लैंड के स्कॉट्सवुड की। ब्राउन की मौत की इस पूरी घटना को असलियत में रिकॉर्ड किया गया। ये हुआ एक खेल के धोखे में। बेल ने ब्राउन की गर्दन को धीरे-धीरे दबाना शुरू किया। हालांकि उसकी ग्रिप इतनी मजबूत नहीं थी कि गले पर कोई निशान बनता। अगस्त 1968 इसपर हत्या के दो मामलों के आरोप थे। हालांकि इस हत्या को हौव किलिंग के अंतर्गत लिया गया। मनोवैज्ञानिकों का तर्क था कि लड़की ने ये हत्या मनोवैज्ञानिक डिसऑर्डर के चलते की। ऐसे में उसको मनोचिकित्सक के इलाज की जरूरत थी। इलाज के साथ-साथ उसे जेल में डाल दिया गया। 1980 में उसे छोड़ दिया गया। मैरी की पहचान को कोर्ट के आदेश पर सुरक्षित रखा गया।
दो भाइयों ने मिलकर की पिता की निर्मम हत्या
26 नवंबर 2001 को पैंसाकोला के एक छोटे से समुदाय में कैंटोनमेंट की शांत गलियों में फायरफाइटर्स की रेस थी। रेस के दौरान कुछ लोगों ने पाया कि एक आदमी काउच के ऊपर बैठा हुआ है। उसकी मौत हो चुकी है। फायरफाइटर्स ने सोचा कि वह शायद जलकर मरा है, लेकिन जांच के बाद मालूम पड़ा कि उसकी मौत बाल अघात मृत्यु से हुई है। इसकी खोपड़ी टूटी हुई थी और उसका आधा चेहरा बुरी तरह का दिख रहा था। बाद में मालूम पड़ा कि 40 वर्षीय टैरी किंग को उन्हीं के 12 साल के बेटे एलेक्स और 13 साल के बेटे डेरेक ने मारा। दोनों ने इस घटना को उनके सोने के दौरान अंजाम दिया। दोनों ने उनके सिर पर प्रहार किया और चेहरे पर एल्युमीनियम बेसबॉल बैट से कुचला। बाद में मौत को दुर्घटना का रूप देने के लिए घर को जला दिया। दोनों ने बाद में पुलिस को बताया कि उनके पिता काफी सख्त थे। वो उन दोनों को मारते नहीं थे, बल्कि कमरे में बंद करके सिर्फ घूरते रहते थे। ये अब उनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था।
क्लासमेट्स और टीचर्स को उतारा मौत के घाट
24 मार्च 1998 को बंदूक का जुनून लिए दो लड़कों को किसी बात पर अपने कुछ स्कूलमेट्स पर गुस्सा आ गया। इनमें एक 11 साल का एंड्रयू गोल्डेन था और दूसरा उसका 14 साल का दोस्त मिशैल जॉनसन था। इन दोनों ने मिलकर पहले अपने क्लासमेट्स को मारा, उसके बाद उन्हें रोकने आए टीचर्स को भी मार डाला। एक रात पहले गोल्डेन ने जॉनसन को उसकी मां का सामान कारवां में भरने को लेकर असिस्ट किया था। इस सामान में कुछ खाने का सामान और कुछ हथियार भी थे। इनमें राइफल्स थीं। यहां ये दोनों ने राइफल्स ली थीं। उन क्लासमेट्स को मारने के बाद दोनों ने वैन से भागने का प्लान भी बनाया था। उनके वैन में उन्होंने पहले से ही खाने-पीने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी।
Image Courtesy oddee.com
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