- अभी पांच मिनी ट्यूबवेल्स पर होगा ट्रायल

- सफल होने पर ऑटोमेशन सिस्टम से जुड़ेंग सिटी के सभी मिनी ट्यूबवेल

GORAKHPUR: नगर निगम का जलकल विभाग सिटी में पब्लिक को बेहतर वॉटर सप्लाई मुहैया कराने की कवायद में जुट गया है। सिटी में तकरीबन 86 मिनी ट्यूबवेल हैं जिन्हें चलाने की जिम्मेदारी पब्लिक पर छोड़ दी गई है। कभी-कभी दो वॉटर पंप बंद होने से सप्लाई दिन भर बाधित रहती है। इसे लेकर कई बार लोगों ने कंप्लेन भी की। कंप्लेंस को गंभीरता से लेते हुए जलकल ने अब इन मिनी पंपों को ऑटोमेटिक सिस्टम से जोड़ने का फैसला किया है। पहले फेज में सिर्फ पांच मिनी ट्यूबवेल्स का ट्रायल किया जाएगा। सफल रहने पर सभी एरियाज के मिनी ट्यूबवेल्स को इस सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा। हालांकि ऑटोमेशन करने वाली कंपनी के इंप्लॉइज पर ही इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी होगी।

ऑन-ऑफ करने का नहीं है रेग्युलेशन

गर्मी में अब किसी को पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। जहां अमृत योजना के तहत सिटी के 58 ट्यूबवेल्स को ऑटोमेटिक तकनीक से चलाया जा रहा है। बचे हुए ट्यूबवेल्स को भी सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। वहीं शहर के मिनी ट्यूबवेल्स को पब्लिक के जरिए चलाया जाता है। मगर ऑन-ऑफ करने का रेग्युलेशन न होने की वजह से कई एरियाज में पानी का संकट खड़ा हो जाता है। इस संकट से उबरने के लिए जलकल डिपार्टमेंट सभी मिनी ट्यूबवेल्स पर ऑटोमेशन पैनल लगाने का निर्णय लिया है। जलकल अधिकारियों के मुताबिक गर्मी से पहले ही पांच मिनी ट्यूबवेल को पैनल से जोड़ कर उसका ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल में पास होने के बाद सभी बचे ट्यूबवेल्स को पैनल से जोड़ दिया जाएगा ताकि शहर की पब्लिक को साफ पानी मिल सके और ऑन-ऑफ करने का झंझट भी ना रहे।

यह है ऑटोमेशन सिस्टम

वॉटर पंप ऑटोमेशन सिस्टम के तहत जिन ट्यूबवेल्स का संचालन किया जा रहा है, वे खुद ही ऑन-ऑफ होते हैं। ओवरहेड टैंक में वॉटर लेवल कम होने पर सेंसर से जुड़ा सिस्टम पंप को ऑन कर देता है। टैंक भरने के बाद ट्यूबवेल को यही सिस्टम ऑफ कर देता है। इससे पानी की बर्बादी नहीं होती है। पंप को चलाने के लिए ऑपरेटर की जरूरत नहीं है।

शहर में ट्यूबवेल - 121

ऑटोमेशन सिस्टम से जुड़े ट्यूबवेल - 58

मैनुअल चलाए जा रहे ट्यूबवेल - 53

मिनी ट्यूबवेल - 86

वर्जन

शहर में 86 मिनी ट्यूबवेल हैं जिनका संचालन पब्लिक करती है। मगर उसके ऑन-ऑन करने का कोई रेग्युलेशन नहीं है इसलिए अब मिनी ट्यूबवेल पर भी ऑटोमेशन पैनल लगाए जाएंगे। उसका टाइम भी सेट होगा। आने वाले वित्तीय वर्ष में पांच मिनी ट्यूबवेल्स पर ट्रायल के निर्देश दिए गए हैं।

- एसपी श्रीवास्तव महाप्रबंधक जलकल