मुख्यमंत्री बनने के बाद यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट खाली की थी. सपा संसदीय बोर्ड की बैठक में डिम्पल यादव के उपचुनाव में प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया गया. संसदीय बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री विशेष आमंत्रित सदस्य थे.

सपा की महासचिव रामगोपाल यादव ने संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद कहा कि कन्नौज से पार्टी के सदस्यों और नेताओं की मांग को देखते हुए डिम्पल को आगामी 24 जून को होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया गया.उन्होंनें कहा कि कन्नौज से पार्टी कार्यकर्ता और नेता पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मिले थे तथा उनका कहना था कि वह डिम्पल के अलावा किसी और को प्रत्याशी के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगे.

रामगोपाल यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी के फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजबब्बर से हारने के बाद उनके कभी चुनाव नहीं लड़ने की बात अवश्य कही थी लेकिन कन्नौज से पार्टी कार्यकर्ताओं का विशेष आग्रह था कि इस सीट से श्रीमती डिम्पल यादव को चुनाव लड़ाया जाये और इस आग्रह को टाला नहीं जा सकता था.

अखिलेश यादव लोकसभा के 2009 में हुए चुनाव में कन्नौज और फिरोजाबाद सीट से जीते थे. उन्होंने फिरोजाबाद सीट से त्यागपत्र दे दिया था. उपचुनाव में उनकी पत्नी को राज बब्बर से हार का सामना करना पड़ा था. अब मुख्यमंत्री बनने और विधानपरिषद के लिये निर्वाचित होने के बाद उन्होंने कन्नौज सीट से इस्तीफा दे दिया है.

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