- नए सेशन से सभी एग्जाम सीसीटीवी की निगाह में

- सामूहिक नकल मिलने पर सेंटर तीन साल के लिए ब्लैक लिस्टेड

- सेंटर कोऑर्डिनेटर का पारिश्रमिक भी किया जाएगा जब्त

- बायोमैट्रिक ओथेंटिकेशन मशीन लगाने को मिली मंजूरी

- एकेटीयू ने एग्जाम में नकल रोकने के लिए उठाए कई कदम

LUCKNOW :

एकेटीयू में नए सेशन से सभी एग्जाम सीसीटीवी की निगाह में होंगे। सभी एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी लगाना अनिवार्य होगा। सोमवार को वीसी प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में 66वीं परीक्षा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में नकल रोकने के लिए कई बड़े निर्णय भी लिए गए हैं। अब अगर किसी सेंटर पर सामूहिक नकल की शिकायत मिलती है तो उस पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही सेंटर को तीन साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।

कमेटी करेगी नकल की जांच

बैठक में निर्णय लिया गया कि एग्जाम सेंटर के हर कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सामूहिक नकल मिलने पर एग्जाम सेंटर के कोर्डिनेटर, इनविजिलेटर एवं अन्य के पारिश्रमिक जब्त किया जाएगा। इसके लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाई जाएगी जो कि सामूहिक नकल के प्रकरणों की जांच कर रिपोर्ट देगी। यूनिवर्सिटी के डिजिटल मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकनकर्ताओं के वेरिफिकेशन के लिए बायोमैट्रिक ओथेंटिकेशन मशीन लगाने को भी मंजूरी दी गई।

साफ्ट स्किल और ऑडिट कोर्स

बैठक में एलएमएस के माध्यम से चार मूक्स कोर्स के संचालन पर अनुमोदन प्रदान किया गया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर इंजीनियर्स एवं इमर्जिंग टेक्नोलॉजी फॉर इंजीनियर्स के दो क्रेडिट कोर्स एवं सॉफ्ट स्किल एंड ट्रेनिंग के दो ऑडिट कोर्स शामिल हैं। स्टूडेंट्स की अटेंडेंस सुनिश्चित करने के लिए एटेंडेंस मॉनीटरिंग सिस्टम को और प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया। अब प्रत्येक सप्ताह स्टूडेंट्स की हाजिरी अनिवार्य रूप से एएमएस पोर्टल पर भरनी होगी। साथ ही हर 15 दिन पर अटेंडेंस की समीक्षा की जाएगी और स्टूडेंट्स के परिजनों को इसकी सूचना दी जाएगी। बैठक में आरजीपीवी, भोपाल के प्रो प्रभात पटेल, लखनऊ क्रिश्चयन कॉलेज के प्रो। मलेंदु मिश्रा, यूनिवर्सिटी के वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो। राजीव कुमार, डीन पीजी प्रो। एमके दत्ता, डीन यूजी प्रो। सुबोध वैरिया, अपर परीक्षा नियंत्रक डॉ। अनुराग त्रिपाठी आदि मौजूद रहे1