-इस पटरी पर लग रही जूते और कपड़े की दुकानें

-किसी वीआईपी के आने पर ही खाली होती है पटरी

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PRAYAGRAJ: ट्रैफिक मैनेजमेंट सही ढंग से हों, इसके लिए सुव्यस्थित फुटपाथ होना भी बहुत जरूरी है। लेकिन अफसोस कि शहर में फुटपाथों का हाल बहुत बुरा है। फुटपाथों की बदहाली की दास्तां की कड़ी में आज बारी है निरंजन पुल रोड की पटरी की। निरंजन पुल रोड शहर की एक बड़ी आबादी को सिटी के हार्ट चौक की तरफ लेकर जाता है। गारमेंट से लेकर दूसरी जरूरी चीजों की शॉपिंग के लिए लोग इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं। लेकिन निरंजन पुल रोड के फुटपाथ का हाल ऐसा है कि इस पर पैदल चलना मुहाल है।

फुटपाथ पर दुकान, सड़क पर कस्टमर्स

अपना शहर दो हिस्सों में बंटा है। निरंजन पुल के इस पार नया शहर और उस पार पुराना शहर। निरंजन पुल ही पुराने और नए शहर को जोड़ता है। इसलिए इस रोड पर ट्रैफिक लोड सबसे ज्यादा है। इसके बाद भी हालत यह है कि कुंभ मेला के दौरान ब्यूटीफिकेशन और चौड़ीकरण के बाद भी जाम की समस्या आए दिन बनी रहती है। रोड के दोनों तरफ आठ से दस फीट चौड़ा फुटपाथ भी बनाया गया है। लेकिन इस रोड के फुटपाथ पर दुकान चलती है और रोड पर कस्टमर्स की गाडि़यां पार्क होती हैं। एक तरफ जहां पैदल चलने वालों को जगह नहीं मिलती है। वहीं रोड पर भी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है।

वीआईपी मूवमेंट पर हटती है फुटपाथ मार्केट

निरंजन पुल रोड के फुटपाथ पर हर रोज मार्केट लगती है। हालांकि जब भी कोई वीआईपी मूवमेंट होता है, तभी प्रशासन को इस फुटपाथ की याद आती है। वीवीआईपी को बेहतर दिखाने के चक्कर में फुटपाथ वालों पर डंडा चलाकर उन्हें भगा दिया जाता है। बाकी के दिनों में आम पब्लिक जाम का झाम झेलने को मजबूर रहती है।

वर्जन-

फुटपाथ पर इंक्रोचमेंट का सबसे बड़ा रीजन शहर में वेंडिंग जोन न बनना है। नगर निगम द्वारा अगर वेंडिंग जोन बना कर पटरी दुकानदारों को उचित स्थान दे दिया जाए, तो सारी प्रॉब्लम ही सॉल्व हो जाएगी।

-रविशंकर द्विवेदी

सामाजिक कार्यकर्ता

निरंजन पुल रोड ही नहीं, बल्कि शहर के किसी भी फुटपाथ पर इंक्रोचमेंट उचित नहीं है। लेकिन गरीब लोगों की रोजी-रोटी चलती रहे, इसका भी ख्याल रखना सिस्टम की ही जिम्मेदारी है।

-शिव विशाल गुप्ता

निरंजन पुल रोड पर एक तरफ जहां फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा है। वहीं शाम को रोड के किनारे ठेले वाले खड़े हो जाते हैं। इससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है।

-वैभव

रोड चौड़ी होने के बाद भी अगर शहर में कहीं ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है, तो यह पूरे सिस्टम पर सवाल है। निरंजन पुल रोड का भी यही हाल है। स्कूलों की छुट्टी के बाद हाल-बेहाल हो जाता है।

-रोहित