-टू-व्हीलर पर टू, फोर व्हीलर पर फोर लोग भी निकल रहे

-रिक्शा, ऑटो व ई-रिक्शा पर भी नहीं कोई रोक टोक

बरेली-होम मिनिस्ट्री ने सख्त आदेश दिया है कि रेड जोन में सिर्फ परमिटेड व्हीकल ही रोड पर निकल सकते हैं। व्हीकल पर कितने लोग सवार होंगे, या भी निश्चित है लेकिन लगता है कि बरेली में लोगों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। यहां तो टू-व्हीलर पर 2, फोर व्हीलर पर 4 लोग बिना परमिट के भी घूम रहे हैं। ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा और ई-रिक्शा भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। पुलिस की सुस्ती की वजह से इनकी कोई रोक टोक भी नहीं है। संडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर की सड़कों का रियलिटी चेक किया तो कुछ इसी तरह की तस्वीरें सामने आयीं।

सभी थानों एरिया में हाल

संडे को शहर के अलग-अलग एरिया की सड़कों पर पुलिस चेकिंग के बावजूद भी बाइक पर सवार दो लोग जाते दिखे। एक कार में दो लोग बैठे थे लेकिन दोनों ही आगे बैठे थे। कुछ वाहनों को तो पुलिस ने रोका लेकिन कई बिना रोके ही चले गए। शहर के बारादरी, प्रेमनगर, कोतवाली, किला सहित अन्य थाना एरिया में भी एक ही जैसा हाल दिख रहा था। कार में कितने लोग सवार हैं, इसकी कोई चेकिंग भी नहीं कर रहा था। कई कार में तो पार्टियों का स्टीकर व झंडा भी लगा दिखा, जिन्हें पुलिस बिल्कुल भी नहीं रोक रही थी।

रिक्शा में दो-तीन सवारियां भी

साइकिल रिक्शा पर पूरी तरह से रोक है लेकिन शहर के चौराहों पर रिक्शा खड़े भी मिल जा रहे हैं और सवारियां भी ढो रहे हैं। एक रिक्शा पर दो या तीन सवारियां भी जा रही हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा भी है। एक शहर में रिक्शा पुलर को भी कोरोना हो चुका है। पुलिसकर्मी इन रिक्शा चालकों को कम ही रोक रहे हैं। लॉकडाउन जब स्टार्ट हुआ था, तब तो पुलिस ने इन पर सख्ती दिखायी थी लेकिन अब लॉकडाउन 3 स्टार्ट होने वाला है तो इन्हें कोई नहीं रोक रहा है।

सामान ढोने के नाम पर

शहर के कई एरिया में चोरी छिपे ऑटो व ई-रिक्शा भी चल रहे हैं। कई ऑटो मंडी या मार्केट से सामान ढोने के बहाने चलाए जा रहे हैं। वह इसमें सामान भी भर लेते हैं और सवारी भी ढो रहे हैं, जबकि सामान ले जाने के लिए सिर्फ ट्रक व लोडर ही अलाऊ हैं। इसी तरह से ई-रिक्शा में भी सामान ढोया जा रहा है और मौका मिलने पर सवारी भी बैठा लेते हैं। सिर्फ भोजीपुरा थाना में दो ई-रिक्शा चालकों को सवारियां भरने के मामले में पकड़ा गया, इसके अलावा कहीं भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।

आवश्यक सेवा का बहाना

पुलिस वाहनों की चेकिंग भी कर रही है तो कई लोग तरह-तरह के बहाने भी बना रहे हैं। कई लोग दवा लेने के बहाने से बाहर निकल रहे हैं तो कई नगर निगम, मेडिकल व अन्य आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के बहाने गाड़ी निकाल रहे हैं। कई तो फर्जी पास लगवाकर भी घूम रहे हैं। जबकि पास एक निर्धारित समय के लिए ही मान्य होता है।

रेड जोन में

रिक्शा, टैक्सी, बस चलाने पर पूरी तरह से रोक

बाइक और कार सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए इस्तेमाल

बाइक पर सिर्फ चलाने वाला सिंगल पर्सन अलाउ

कार में एक ड्राइवर व एक पीछे की सीट पर