-इलाहाबाद एयरपोर्ट पर रन-वे के पास एक किलोमीटर एरिया में लगाई गई है कैट-1 लाइट

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद एयरपोर्ट पर अब फॉग के चलते फ्लाइट डिले नहीं होगी। एयरपोर्ट पर रन-वे के पास एक किलोमीटर एरिया में कैट-1 लाइट लगा दी गई है। इससे लो विजिबिलिटी में भी फ्लाइट की लैंडिंग और टेकऑफ आसानी से हो सकेगी। गौरतलब है कि इलाहाबाद एयरपोर्ट पर अभी तक फ्लाइट की लैंडिंग के लिए 1200 से 1500 मीटर की विजिबिलिटी ही अवेलेबल थी। इस वजह से रात, धुंध या फॉग होने पर फ्लाइट की लैंडिंग एयरपोर्ट पर नहीं हो पाती थी। लेकिन कैट-1 लाइट लग जाने के बाद 600 मीटर की विजिबिलिटी में भी एयरपोर्ट पर फ्लाइट की लैंडिंग हो सकेगी।

25 दिन के अंदर लगाई गई

एयरपोर्ट के रन-वे के पास एक किलोमीटर एरिया में कैट-1 लाइट लगाने के लिए दो नवंबर को काम शुरू हुआ था। इसके लिए सबसे पहले शंभूनाथ इंजीनियरिंग कॉलेज होते हुए एयरपोर्ट के साथ ही कौशांबी की तरफ जाने वाले रास्ता बंद किया गया। बंद किए गए रास्ते पर ही रन-वे की तरफ कैट-वन लाइट को लगाया गया है। इस पर करीब 80 लाख रुपये खर्च हुआ। फुल स्पीड में वर्क कराते हुए 25 दिन के अंदर कैट-1 लाइट को लगा दिया गया। इसका डिमांस्ट्रेशन भी हो चुका है।

बढ़ जाएगी विजिबिलिटी

1200 मीटर विजिबिलिटी अवेलेबल है कैट बी एयर क्रॉफ्ट के लिए इलाहाबाद एयरपोर्ट पर

1500 मीटर विजिबिलिटी अवेलेबल है कैट बी के लिए

600 मीटर की विजिबिलिटी में भी फ्लाइट की लैंडिंग हो सकेगी इलाहाबाद एयरपोर्ट पर कैट-1 लाइट लगने के बाद

यह काम करेगी कैट-1 लाइट

-इससे फ्लाइट के पायलट को रनवे को पहचानने में दिक्कत नहीं होगी।

-लो विजिबिलिटी में भी फ्लाइट की लैंडिंग हो सकेगी।

-फ्लाइट की लैंडिंग और टेक ऑफ में देरी नहीं होगी।

कैट-1 लाइट की डिमांड काफी दिनों से की जा रही थी। लेकिन लाइट लगाने के लिए स्पेस नहीं मिल पा रही थी। अब एक महीने के अंदर कैट-1 लाइट लगा दी गई है। इसका डिमांस्ट्रेशन भी हो चुका है। अब बस कमीशन करना है। एक सप्ताह के अंदर कैट-वन लाइट कमीशन होने की उम्मीद है। इसके बाद लो विजिबिलिटी में भी फ्लाइट की लैंडिंग और टेक ऑफ हो सकेगी।

-सुनील कुमार यादव

डायरेक्टर, इलाहाबाद एयरपोर्ट