मेजा थाना निवासी ओम प्रसाद मिश्रा की गला घोंटकर हुई थी हत्या

PRAYAGRAJ: मेजा थाना निवासी ओम प्रसाद मिश्रा की गला घोंटकर की गई हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके साथियों ने की थी। गुरुवार को खुलासा करते हुए एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी ने बताया कि 6 अक्टूबर को मेजा थाने में हत्या का केस सुनील मिश्रा, रामराल मिश्रा, सुधीर और सुनिल पर दर्ज किया गया था।

गांजा पीने के बहाने बुलाया था

जांच के दौरान सामने आया कि मृतक ओम प्रकाश व अभियुक्त सुनील की अच्छी दोस्ती थी। दोनों गांजा पीने के आदी थे। मृतक द्वारा हाल ही में जमीन बेची गई थीं। इसकी जानकारी उसके साथ सुनील मिश्रा पुत्र स्वामीनाथ को थी। मृतक द्वारा बेची गई जमीन का रकम एक लाख पचीस हजार मिला था। यह रकम वह हमेशा थैले में साथ लेकर घूमता था। यह देख साथियों के मन में लालच आ गया।

साथियों ने प्लान बनाया कि क्यों न इसको गांजा पीने के बहाने बुलाया जाए और पैसा लूट लिया जाए। योजना के तहत सुनील और मोहित ने अपने दो अन्य साथियों की मदद से उसको समहन जंगल में बुलाया। तभी गांजा पीने के दौरान एक साथी ने गमछे से उसका गला घोंटकर मार डाला और पैसों थैली लेकर फरार हो गए। शक के आधार पर पुलिस ने जब सुनील को पकड़ा तो मामला खुल गया। पुलिस ने खुलासा करते हुए सुनील मिश्रा और मोहित मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं दो आरोपित विनोद और लाला फरार चल रहे हैं। पकड़े गये दोनों आरोपितों के कब्जे से एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस, लूटी गई रकम के आठ हजार नकदी बरामद किया गया है।