-आयुर्वेद विभाग ने बताई काढ़ा बनाने की विधि, एक साथ कई विकारों में करेगा काम

PRAYAGRAJ: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शरीर का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए हमें अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखना होगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जोशांदा काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है। आयुर्वेदाचार्यो की मानें तो गिलोय का सेवन करके भी हम अपना इम्यूनिटी सिस्टम बूस्ट कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है आयुष मंत्रालय द्वारा जारी जोशांदा काढ़े का मेन्यू और कैसे बना सकते हैं इसे।

ऐसे बनेगा काढ़ा

-आयुर्वेदिक काढ़ा बनाने के लिए साफ पानी, तुलसी की पत्ती, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलायची, अदरक, गुड़ और चायपत्ती की जरूरत होती है।

-अश्वगंधा, गिलोय एवं कालमेघ का चूर्ण भी काढ़े में प्रयोग करें।

-इसे बनाने के लिए सबसे पहले पानी गर्म होने के लिए रख दें।

-जब पानी उबलने लगे तब उसमें पीसी हुई लौंग, काली मिर्च, इलायची, अदरक, और स्वादानुसार गुड़ ड़ाल दें।

-थोड़ी देर बाद तुलसी की पत्तियां और चायपत्ती डाल दें। जब चायपत्ती और पानी आधा रह जाए तो गैस बंद कर पानी छान लें।

-इसे चाय की तरह गुनगुना ही पीएं।

इससे भी मजबूत होगा इम्यून सिस्टम,

-इम्यून सिस्टम दुरुस्त रखने के लिए गुनगुना पानी, आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए।

-इसके अलावा पानी में तुलसी के रस की कुछ बूंदें डालकर अथवा गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं।

-तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं।

-तुलसी की 10-15 पत्तियां, 5-7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और अदरक की चाय पी सकते हैं।

सबसे प्राचीन विधि

आयुर्वेदिक चिकित्सक डा। राजेश मौर्या बताते हैं कि आयुर्वेदिक काढ़ा पूरी तरह देसी है। कोरोना संक्रमण काल के अलावा भी इसके सेवन से फायदा होता है। यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है। साथ ही सर्दी, खांसी, जुकाम से बचाने में कारगर होता है। बुखार के कारण होने वाली शरीर की जकड़न इससे ठीक होती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रसायन योग जैसे च्यवनप्राश या औषधि द्रव्य जैसे अश्वगंध, यष्टिमधु , गिलोय, तुलसी, शुंठी, दालचीनी आदि का प्रयोग लाभदायक हो सकता है। आयुष मंत्रालय द्वारा बताया गया आयुष-क्वाथ भी अत्यंत उपयोगी हो सकता है।

-वैद्य नरेंद्र कुमार पांडेय

( आयुर्वेद विशेषज्ञ)

कायाकल्प आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र, प्रयागराज