-एफसीआई से मिला गेहूं तो चल पड़ीं सभी फ्लोर मिल्स

-27.00 रुपए प्रति किलो तक पहुंचा थोक में आटे का रेट

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PRAYAGRAJ: 21 दिन के लॉकडाउन की शुरुआत के बाद शहर के रिटेल और फुटकर मार्केट में आटे की क्राइसिस शुरू हो गई थी। अब यह पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। फिलहाल मार्केट में आटे का स्टॉक इफरात हो चुका है। इसका असर आटे की प्राइस पर भी देखने को मिला। गुरुवार को थोक में आटे का भाव 28 रुपए से गिरकर 27 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गया।

लॉकडाउन के बाद बढ़ गई थी डिमांड

पहले जनता कफ्र्यू और फिर लॉकडाउन की वजह से अचानक आटे की डिमांड बढ़ने और फ्लोर मिलों में गेहूं का स्टॉक खत्म होने से मार्केट में आटे की क्राइसिस शुरू हो गई थी। एडमिनिस्ट्रेशन ने गंभीरता से लिया और सभी फ्लोर मिलों को एफसीआई गोदाम से तत्काल गेहूं उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया। डीएम के आदेश पर शहर के आधा दर्जन से अधिक छोटे-बड़े फ्लोर मिलों ने एफसीआई गोदाम से गेहूं लेकर मिलें चालू कर दीं, जिससे आटे की सप्लाई तेज हो गई। एफसीआई गोदाम से करीब 2000 कुंतल गेहूं की सप्लाई फ्लोर मिलों को की जा चुकी है। इसके अलावा किसानों ने भी गेहूं पहुंचाने की शुरुआत कर दी है। इस वजह से फ्लोर मिलों के पास पर्याप्त मात्रा में गेहूं का स्टॉक हो गया है। वहीं कानपुर, फतेहपुर से भी शहर में आटे की सप्लाई शुरू हो गई है।

फ्लोर मिलों के पास अब गेहूं और आटे के स्टॉक की कोई समस्या नहीं है। 2000 कुंतल गेहूं की सप्लाई एफसीआई गोदाम से फ्लोर मिलों को की जा चुकी है। इफरात मात्रा में स्टॉक अवेलेबल है। अगर किसी दुकानदार को आटा नहीं मिलता है तो वह बात कर सकता है।

-बिपिन कुमार

डिप्टी आरएमओ

एफसीआई

जरूरी सामानों के साथ ही आटे की आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन एक्टिव है। फिलहाल इतना ज्यादा स्टॉक मार्केट में आ गया है कि कुछ ही दिन में आटे का रेट थोक में 27 रुपए से 26.50 या फिर 26 रुपये तक आ सकता है।

-आशीष केसरवानी

डायरेक्टर, एसपीआरएल फ्लोर मिल