- एंड्रॉयड बिलिंग के लिए प्राइवेट कंपनी को सौंपी गई जिम्मेदारी

- बिलिंग की बनेगी इमेज जिसकी डिटेल कंट्रोल रूम के पास होगी

BAREILLY:

बिजली बिलों में गड़बड़ी अब दूर की बात होगी। पॉवर कॉरपोरेशन ने कंज्यूमर्स को राहत देते हुए गांवों में एड्रॉयड बिलिंग की व्यवस्था शुरू की है। जल्द ही शहरी क्षेत्र के कंज्यूमर्स के घरों में लगे बिजली मीटर की भी रीडिंग स्मार्ट तरीके से होगी। इस नई व्यवस्था में बिलिंग की इमेज निकलेगी। जिसकी डिटेल मुख्यालय के पास भी होगी। यदि बिलिंग ऑपरेटर किसी प्रकार की गड़बड़ी करता है, तो वह आसानी से पता चल सकेगा।

रोजाना 4 हजार बिलिंग

मध्यांचल विद्युत वितरण खंड लिमिटेड ने एंड्रॉयड बिलिंग की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी को सौंपी है। क्रिस्टल कम्यूटर इंफॉरमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने बरेली के गांवों में एंड्रॉयड बिलिंग की सर्विस शुरू भी कर दी हैं। मैनुअल की अपेक्षा इस नई व्यवस्था के तहत प्रतिदिन होने वाली बिलिंग में इजाफा भी हुआ है। कंपनी ने इस काम के लिए अपने 90 कर्मचारियों को तैनात कर रखा है, जो कि रोजाना 4,000 घरों की बिलिंग कर रहे हैं।

शहर में भी जल्द शुरू होगी

शहर में यह नई व्यवस्था जल्द लागू होगी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी से बिजली बिलों में गड़बड़ी नहीं की जा सकती है। शहर में एंड्रॉयड बिलिंग अगले 2-3 महीने शुरू हो जाएगी। शहर में 1.80 लाख कंज्यूमर्स के घरों में बिजली मीटर लगे हुए हैं। ऐसे में यहां पर यह व्यवस्था ज्यादा कारगर साबित होगी।

कैसे करता है काम

बिलिंग करने वाले सभी कर्मचारियों के पास स्मार्ट फोन हैं। मीटर रीडर को पासवर्ड और आईडी दी गई हैं। बिलिंग करने वाले मशीन मोबाइल के ब्लू टूथ से कनेक्ट होती है। जब मीटर रीडर पासवर्ड और आईडी का इस्तेमाल कर कंज्यूमर्स का ग्रुप संख्या, बुक संख्या और कनेक्शन संख्या डाल कर रीडिंग को सबमिट करता है, तो सारी डिटेल कंपनी के बने कंट्रोल रूम और पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय के पास पहुंच जाती है। उसे बाद बिलिंग की इमेज भी निकल आती है।

कंज्यूमर्स को होती थी प्रॉब्लम्स

यदि, कंज्यूमर्स को बाद में किसी प्रकार की गड़बड़ी लगती है, तो वह बिलिंग की इमेज लेकर बिजली विभाग में शिकायत कर सकता हैं। हालांकि, इस व्यवस्था में गड़बड़ी की संभावना बेहद कम हैं। क्योंकि, यह सारा सिस्टम ऑनलाइन है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। मैनुअली बिलिंग में मीटर रीडर मनमाना रीडिंग दिखा देता था। जिसे ठीक करने के एवज में वह कंज्यूमर्स से पैसे भी ऐंठता था।

गांव में एंड्रॉयड सिस्टम से बिलिंग की सर्विस शुरू कर दी गई है। इससे कंज्यूमर्स की शिकायत करने की संख्या कम हुई हैं।

मोहम्मद तारिक वारसी, एसई ग्रामीण, बिजली विभाग

बिलिंग के लिए 90 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

आशीष, सुपरवाइजर, बिलिंग कंपनी