नई दिल्ली (एएनआई)। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को लेकर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने एक बड़ा बयान दिया है। 15 जनवरी को सेना दिवस से पहले शनिवार को दिल्ली में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भारतीय सेना को आदेश मिलता है तो वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को फिर से हासिल करने के लिए उचित कार्रवाई करेगा। एक संसदीय प्रस्ताव में कहा गया है कि पूरा जम्मू-कश्मीर क्षेत्र भारत का एक हिस्सा है। यदि संसद चाहती है तो वह पीओके भी हमारा होना चाहिए। साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर घाटी में सेना के अधिकारियों के खिलाफ दायर सभी शिकायतें निराधार साबित हुई हैं। ग्राउंड पर कमांडर के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए।

अधिकारियों के चयन के लिए अपने मानकों को कम नहीं किया

इसके अलावा सेना में कर्मचारियों की कमी के बारे में पूछे जाने पर जनरल नरवाने ने स्वीकार किया कि सच है कि अधिकारियों की कमी है, लेकिन इसके पीछे यह नहीं है कि आवेदन करने वाले लोगों की कमी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अधिकारियों की कमी इसलिए है क्योंकि सेना ने सुरक्षा बल में अधिकारियों के चयन के लिए अपने मानकों को कम नहीं किया है। वह पहले जितने ही स्ट्राॅन्ग हैं।

महिला जवानों के पहले बैच का प्रशिक्षण 6 जनवरी से शुरू हुआ

सेना प्रमुख ने महिला जवानों को शामिल करने पर भी बात की और कहा कि 100 महिला जवानों के पहले बैच का प्रशिक्षण 6 जनवरी को शुरू हुआ था। जनरल नरवाने ने 30 दिसंबर को सेनाध्यक्ष के 28 वें प्रमुख के रूप में पदभार संभाला। यह पद उन्होंने जनरल बिपिन रावत के इस पद से रिटायर होने के बाद संभाला। जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बन गए हैं।

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