कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारत ने एशियन गेम्स के इतिहास में अब तक फुटबॉल के इवेंट में 3 मेडल जीते हैं। इंडियन मेन्स टीम ने हाल में अपने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है। ऐसे में फुटबॉल इवेंट में भी इस बार मेडल की उम्मीद भारतीय फैंस जता रहे हैं। 1970 में भारत को इस इवेंट में आखिरी मेडल एशियन गेम्स में मिला था।

23 टीमें ले रहीं हिस्सा

मेन्स फुटबॉल की बात करें तो 23 टीमें हिस्सा ले रही हैं। जिन्हें छह ग्रुप में बांटा गया है, ग्रुप ए, बी, सी, ई और एफ में प्रत्येक में चार टीमें हैं, जबकि ग्रुप डी में तीन टीमें हैं। भारत की मेंस टीम को ग्रुप ए में मेजबान चीन, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ रखा गया है।

भारत ने कब-कब जीते मेडल

भारतीय फुटबॉल टीम ने 1951 में सबसे पहले गोल्ड मेडल हासिल किया था और इसके बाद 1962 में भी गोल्ड मेडल जीता। 1970 में भारत ने आखिरी बार फुटबॉल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

सरकार ने दी विशेष अनुमति

भारतीय मेंस और विमेंस फुटबॉल टीम को एशियाड के लिए भारत सरकार ने विशेष अनुमति दी है। भारतीय टीम को 2018 के एशियाड में खेलने की अनुमति नहीं मिली थी। खेल मंत्रालय का नियम कहता है कि टीम इवेंट में केवल एशिया टॉप -8 रैंक में शामिल टीमों को ही जाने की अनुमति मिलेगी। आखिरी बार टीम ने 2014 के एशियाड में हिस्सा लिया था।

इंडियन मेन्स फुटबॉल टीम : गुरुमीत सिंह, धीरज सिंह मोइरांगथेम, सुमित राठी, नरेंद्र गहलोत, अमरजीत सिंह कियाम, सैमुअल जेम्स, राहुल केपी, अब्दुल रबीह अंजुकंदन, आयुष देव छेत्री, ब्राइस मिरांडा, अजफर नूरानी, रहीम अली, विंसी बरेटो, सुनील छेत्री, रोहित दानू, गुरकीरत सिंह, अनिकेत जाधव

इंडियन विमेंस फुटबॉल टीम : अस्तम ओरांव, ज्योति, मनीषा, रेनू, रितु रानी, संजू, संगीता बासफोर, एलंगबाम पंथोई चानू, डालिमा छिब्बर, ग्रेस डांगमेई, सौम्या गुगुलोथ, श्रेया हुडा, इंदुमती काथिरेसन, आशालता देवी लोइटोंगबम, प्रियंगका देवी नाओरेम, सौम्यिया नारायणसामी, स्वीटी देवी नगंगबम, बाला देवी नगंगोम, संध्या रंगनाथन, रंजना चानू सोरोखैबम, अंजू तमांग, प्यारी जाक्सा

53 साल बाद फुटबॉल में मेडल की तलाश

2 गोल्ड

0 सिल्वर

1 ब्रॉन्ज