सिटी एसपी सुरजीत सिंह पवार ने बीबीसी को बताया कि सोमदत्त नाम के व्यक्ति ने अपने पोते नितिन त्यागी के अपहरण का मामला दर्ज कराया है जिसे उनके अनुसार “18 अक्टूबर को रामभरत और कुछ अन्य लोग उठा कर ले गए.”

उन्होंने बताया कि तीन दिन हिरासत में रखे जाने के बाद पुलिस ने नितिन को बरामद कर लिया. पवार के मुताबिक “जो तथ्य प्रकाश में आए हैं उनके मुताबिक बंधक को पतंजलि योगपीठ फेस 2 में रखा गया था. इसके अधार पर कानूनी कार्रवाई हो रही है.”

पतंजलि योग पीठ की तरफ से अभी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

'मारपीट हुई'

"जो तथ्य प्रकाश में आए हैं उनके मुताबिक बंधक को पतंजलि योगपीठ फेस 2 में रखा गया था. इसके अधार पर कानूनी कार्रवाई हो रही है."

-पुलिस

बंधक बनाए गए युवक के एक परिजन हरपाल त्यागी ने बताया कि नितिन ने तीन साल तक पतंजलि योगपीठ में काम किया था, लेकिन दो साल पहले वो वहां से नौकरी छोड़ चुके थे.

परिजनों का कहना है कि रामभरत ने नितिन पर पतंजलि योग से सामान चोरी करने का आरोप लगाया जिससे वो इनकार करते हैं.

पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस जगह जगह छापे मारे जा रहे हैं.

सिटी एसपी ने बताया कि हिरासत मे रखे जाने के दौरान नितिन के साथ मारपीट भी की गई.

स्थानीय पत्रकार सुनील दत्त पांडे ने बताया कि रामभरत के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किए जाने के बाद कुछ लोगों ने पुलिस के खिलाफ़ नारेबाजी भी की है.

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