लोग हैरान हो जाते

आपने अभी तक एक लिमिट में बडी दाढ़ी देखी होगी, लेकिन अगर आप बाबाश्री की दाढ़ी देखेंगे या सुनेंगे तो कुछ पलों के लिए चौक जाएंगे। आखिर 27 सितंबर 1942 को नरसिंहपुर ज़िले की गोटेगांव तहसील में जन्में बाबाश्री की दाढ़ी हैं ही इतनी लंबी। इन्होंने 27 अप्रैल 1984 को गंगा सप्तमी से नर्मदा परिक्रमा शुरू की थी। इसके बाद इन्होंने अपनी दाढ़ी को बढ़ाना आरंभ किया था। इसके बाद उनकी दाढ़ी इतनी बढ़ गई कि बबाश्री अपनी इस दाढ़ी की वजह से 2008 में गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल हुए थ्ो। इसके बाद उन्होंने अब एक बार फिर उस दाढ़ी के रिकॉर्ड को खुद ही तोड़ दिया। उस समय उनकी दाढ़ी 1.84 मीटर यानी करीब 6 फुट थी और अब यह दाढ़ी बढ़कर 11 फुट 4 इंच यानी 3 मीटर 45 सेमी हो गई है। उनकी इस दाढ़ी को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगती है। हर कोई उसे देखकर हैरान हो जाता है।

अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा

इस दाढ़ी को देखकर लोग फोटो आदि खींचते हैं। इसके अलावा इसे बांधने के लिए कई लोग लगते हैं। वहीं इस संबंध में बाबाश्री का कहना है कि यह दाढ़ी किसी शौक में नहीं बल्कि वैराग्य की निशानी है। यह सिर्फ उनके लिए बल्कि हर पुरुष को रखनी चाहिए। आज बाबाश्री की दाढ़ी काफी चर्चित हो चुकी है। हाल ही में निर्विकार पथ आश्रम सिद्धघाट में गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी उनकी दाढ़ी नापने पहुंचे। इस दौरान वहां पर सांसद राकेशसिंह, विधायक जालमसिंह पटेल, मेडिकल कॉलेज के डीन आरएस शर्मा के साथ बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कुछ लोगों की मदद से बाबाश्री ने अपनी दाढ़ी खोली। इसके बाद उसे फीते से नापने का काम शुरू हुआ। उसे नापने के बाद अधिकारियों का कहना था कि बाबाश्री ने खुद का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया।

Weird News inextlive from Odd News Desk

Weird News inextlive from Odd News Desk