- कमिश्नर के समर्थन में सीएमपी के बाहर चले बम, छात्रों ने किया चक्काजाम

- पुलिस ने चलाई लाठी, सलोरी में भी विरोध प्रदर्शन

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- कमिश्नर के समर्थन में सीएमपी के बाहर चले बम, छात्रों ने किया चक्काजाम

- पुलिस ने चलाई लाठी, सलोरी में भी विरोध प्रदर्शन

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: कमिश्नर बादल चटर्जी के तबादले के विरोध में अब छात्रों ने मोर्चा संभाल लिया है। मंगलवार को सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास उग्र छात्रों ने अपनी मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान किसी छात्र द्वारा बम फोड़ने से अफरातफरी मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस को छात्रों को खदेड़ने के लिए लाठी भांजनी पड़ी। इसी तरह शहर के कई इलाकों में लोगों ने अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर बादल चटर्जी के तबादले को निरस्त करने की मांग की।

घंटे भर चला बवाल, उग्र आंदोलन की धमकी

बादल चटर्जी का तबादला निरस्त करने की मांग को लेकर सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास छात्रों ने जमकर बवाल किया। उन्होंने महात्मा गांधी मार्ग पर जाम लगा दिया। जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसी बीच कुछ उपद्रवियों ने बम चला दिया। हालांकि पुलिस का कहना है पटाखे फोड़े गए थे। जानकारी के मुताबिक छात्रों और एक आर्मी के जवान के बीच मारपीट भी हो गई। छात्रों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठी भी चलानी पड़ी। सीएमपी छात्रनेता अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि ईमानदार और कर्मठ अधिकारी बादल चटर्जी को कमिश्नर पद पर बहाल किया जाए। अगर शासन ने उनका तबादला निरस्त नहीं किया तो छात्र उग्र आंदोलन करेंगे। इस मौके पर पंकज शुक्ला, प्रशांत तिवारी, अंकित सिंह, विक्की सिंह, पीटर आदि ने प्रदर्शन किया।

छात्रों ने शासन का पुतला फूंका

ईश्वर शरण महाविद्यालय सलोरी के छात्रसंघ के बैनर तले छात्रों ने कॉलेज के सामने चक्काजाम कर उप्र शासन का पुतला फूंका। छात्रसंघ अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे। बावजूद इसके उनको कमिश्नर से पद से हटा दिया गया। उनको पुन: पद पर बहाल नहीं किया गया तो छात्र आंदोलन करेंगे। मौके पर उपाध्यक्ष सौरभ पांडेय, संयुक्त मंत्री ज्ञान प्रकाश, छात्रनेता अविनाश सिंह आदि शामिल रहे।

आश्वासन मिलने पर स्थगित हुआ अनशन

हाईकोर्ट के अधिवक्तागण अजय मिश्रा के नेतृत्व में पूर्व कार्यक्रम के अनुसार हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के सामने क्रमिक अनशन पर बैठे। जहां सर्वसम्मति से बादल चटर्जी का तबादला रदद करने की मांग की गई। जिसका संचालन बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने किया। इस बीच कैबिनेट मंत्री स्तर के प्रतिनिधि द्वारा इस मामले में मुख्यमंत्री से वार्ता करने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद अधिवक्ताओं ने वार्ता होने तक अनशन स्थगित करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री से वार्ता करने के लिए अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी नियुक्त किया जाएगा, जिसमें बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी होंगे। अनशन पर महासचिव डॉ। सीपी उपाध्याय,संयुक्त सचिव अभिषेक चौहान, श्यामाचरण त्रिपाठी आदि बैठे।

ह्यूमन राइट्स ने भी उठाई आवाज

इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी पूर्व कमिश्नर के तबादले को असामयिक और गलत ठहराया है। जिला कार्यकारिणी सदस्य आनंद सोनकर व जिलाध्यक्षा केके श्रीवास्तव इस संबंध में जनता के आंदोलन को सही ठहराया। जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया, जिसमें बादल चटर्जी के तबादले को रदद करने की मांग की गई। भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य परिषद एवं माध्यमिक शिक्षक संघ की संयुक्त बैठक में पूर्व कमिश्नर के तबादले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया। बैठक में डॉ। खुर्शीद अनवर, सुषमा त्रिपाठी, सत्य प्रकाश तिवारी, रंजीत सिंह, डॉ मोरारजी त्रिपाठी, प्रिंसिपल डॉ। योगेश चंद्र त्रिपाठी ने अपने विचार रखे।