कर्नाटक में 5 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बीजेपी ऑफिस में टिकट के लिए जमा भीड़ को निशाना बनाने के लिए किए गए धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है.
इंटेलीजेंस एजेंसीज का मानना है कि फरार चल रहे आईएम ऑपरेटिव्स यासीन भटकल, वकास, तरबेज और बड़ा साजिद जिनका नाम 7/11 मुंबई और हैदराबाद ब्लास्ट में सामने आ चुका है इस धमाके के पीछे हो सकते हैं.
यह धमाका जर्मन बेकरी ब्लास्ट केस में आईएम मेंबर मिर्जा इनायत बेग को सजा सुनाए जाने के बाद हुआ है. इस मामले में यासीन भटकल भी आरोपी है. धमाका बीजेपी ऑफिस से 40 और काडू मल्लेश्वर टेंपल से 100 मीटर की दूरी पर हुआ.
इस धमाके ने 2011 में गुवाहाटी में असम में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस मुख्यालय पर हुए हमले की यादें ताजा कर दी हैं. दिल्ली से पहुंची एनआईए की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बम किस प्वाइंट पर लगाया गया और उसका केमिकल कंपोजिशन क्या था. होम मिनिस्ट्री ऑफिशियल्स के मुताबिक बम मोटरसाइकिल में फिट किया गया था.
सिक्योरिटी एजेंसीज का ध्यान इस बात पर है कि हैदराबाद में हुए दिलसुखनगर धमाकों में मदद करने के आरोपी इमरान और मकबूल की अरेस्ट बंगलुरू से हुई थी. सिटी में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज 2005, 2008 के सीरियल ब्लास्ट, चिन्नास्वामी स्टेडियम में धमाका और मल्लेश्वरम मिलाकर अब तक चार आतंकी हमले हो चुके हैं.
इंटेलीजेंस एजेंसीज का मानना है कि फरार चल रहे आईएम ऑपरेटिव्स यासीन भटकल, वकास, तरबेज और बड़ा साजिद जिनका नाम 7/11 मुंबई और हैदराबाद ब्लास्ट में सामने आ चुका है इस धमाके के पीछे हो सकते हैं.
यह धमाका जर्मन बेकरी ब्लास्ट केस में आईएम मेंबर मिर्जा इनायत बेग को सजा सुनाए जाने के बाद हुआ है. इस मामले में यासीन भटकल भी आरोपी है. धमाका बीजेपी ऑफिस से 40 और काडू मल्लेश्वर टेंपल से 100 मीटर की दूरी पर हुआ.
इस धमाके ने 2011 में गुवाहाटी में असम में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस मुख्यालय पर हुए हमले की यादें ताजा कर दी हैं. दिल्ली से पहुंची एनआईए की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बम किस प्वाइंट पर लगाया गया और उसका केमिकल कंपोजिशन क्या था. होम मिनिस्ट्री ऑफिशियल्स के मुताबिक बम मोटरसाइकिल में फिट किया गया था.
सिक्योरिटी एजेंसीज का ध्यान इस बात पर है कि हैदराबाद में हुए दिलसुखनगर धमाकों में मदद करने के आरोपी इमरान और मकबूल की अरेस्ट बंगलुरू से हुई थी. सिटी में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज 2005, 2008 के सीरियल ब्लास्ट, चिन्नास्वामी स्टेडियम में धमाका और मल्लेश्वरम मिलाकर अब तक चार आतंकी हमले हो चुके हैं.
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