- एलएलआर एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स में पकड़ में आया फर्जीवाड़ा, 9 से 10 करोड़ की दवा सप्लाई की

- टेंडर की शर्तो को पूरा करने के लिए टर्नओवर बढ़ा कर दिखाया, दवा की क्वालिटी पर भी उठे सवाल

KANPUR: एलएलआर एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स में बीते दो सालों में सबसे ज्यादा दवा की सप्लाई करने वाली फार्मा कंपनी का एक फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस खुलासे के बाद अपनी गर्दनें बचाने के लिए दवा खरीद प्रॉसेज से जुड़े ऑफिसर्स ने दवाओं की खरीद की प्रक्रिया से इस कम्पनी को हटा दिया है। वहीं एक अन्य कंपनी को भी डिबार कर दिया। पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।

ऐसे हो रहा था फर्जीवाड़ा

कंपनी का फर्जीवाड़ा तब खुला जब उसने आगरा में दवाओं की सरकारी सप्लाई के लिए टेंडर डाला। जिसमें कंपनी ने तीन साल के टर्नओवर को बेहद कम बताया। केयरमैक्स नाम की इस कंपनी ने बीते दो सालों में सबसे कम टेंडर प्राइज देते हुए 9 से 10 करोड़ रुपए की दवाओं की सप्लाई के आर्डर हासिल किए हैं। इस कंपनी की दवाओं की गुणवत्ता पर भी कई बार सवाल उठे। एलएलआर हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ.आरके मौर्या ने बताया कि केयरमैक्स और मार्क लेबोरेटरीज कंपनी को दवाओं के नए टेंडर से बाहर कर दिया गया है। टर्नओवर संबंधित जो गड़बड़ी सामने आई है। उसकी जानकारी शासन को भी भेजी जाएगी।

कार्रवाई करने से बच रहे

केयरमैक्स दवा कंपनी ने एलएलआर हॉस्पिटल में करोड़ों की दवा सप्लाई की। अब जब टर्नओवर को लेकर उसका फर्जीवाड़ा सामने आया है, तो अधिकारी कंपनी पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। एलएलआर इम्प्लाइज के मुताबिक फर्जीवाड़ा करने वाली ऐसी कम्पनी के खिलाफ सिक्योरिटी जब्त करने, कई वर्षो के लिए ब्लैक लिस्ट किए जाने आदि किए जाने का नियम है। पर उन्हें नई दवा खरीद प्रक्रिया के टेंडर प्रॉसेज से बाहर कर बचाया जा रहा है। इसकी मुख्य वजह ये है कि इस पूरे खेल में एलएलआर हॉस्पिटल का बड़ा रैकेट शामिल हैं। जिसमें इम्प्लाइज से लेकर अधिकारी और मेडिकल रिप्रजेंटिव तक शामिल हैं, जो कि टेंडर दिलाने के लिए पूलिंग से लेकर अन्य मैनीपुलेट करता है।

'' केयरमैक्स और मार्क लेबोरेटरीज कंपनी को दवाओं के नए टेंडर से बाहर कर दिया गया है। टर्नओवर संबंधित जो गड़बड़ी सामने आई है। उसकी जानकारी शासन को भी भेजी जाएगी.''

डॉ.आरके मौर्या,एसआईसी एलएलआर हॉस्पिटल