पटना (एएनआई)। Bihar Assembly Elections बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। वह आज रविवार को छपरा, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण में चुनावी रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। प्रधानमंत्री आज की पहली रैली मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक गढ़ छपरा से कर रहे हैं। छपरा के बाद पीएम समस्तीपुर जाएंगे। यहां पर भी एक रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोतिहारी और फिर बगहा जाएंगे।इस दाैरान समस्तीपुर और बगहा की चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पीएम मोदी के संग माैजूद रहेंगे। छपरा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले चरण में लोगों ने भारी मतदान किया।

अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे

पहले चरण के मतदान का जो विश्लेषण किया गया है उससे साफ नजर आ रहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA की सरकार दोबारा बन रही है। पीएम माेदी ने कहा कि आज बिहार के सामने एक तरफ डबल इंजन की सरकार है तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज हैं और एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं। डबल इंजन वाली NDA सरकार बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। आज बिहार के गांव सड़क, बिजली, पानी जैसी मूल सुविधाओं से कनेक्ट हो रहे हैं।

फर्क सिर्फ इतना था कि तब बिहार में जंगलराज था

अगर नीयत होती, इच्छाशक्ति होती, तो ये काम डेढ़ दशक पहले भी हो सकते थे। कोरोना काल में किसी मां को ये चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसे मनाएंगे। अरे मेरी मां! आपने अपने बेटे को दिल्ली मैं बैठाया है, तो क्या वो छठ की चिंता नहीं करेगा! मां! तुम छठ की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है। आज के नौजवान को खुद से पूछना चाहिए कि बड़ी-बड़ी परियोजनाएं जो बिहार के लिए इतनी जरूरी थीं, वो बरसों तक क्यों अटकी रहीं? बिहार के पास सामर्थ्य तब भी भरपूर था। सरकारों के पास पैसा तब भी पर्याप्त था। फर्क सिर्फ इतना था कि तब बिहार में जंगलराज था।

बिहार को फिर से बीमार होने से जरूर बचाएंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये भी सच है कि बिहार के हजारों युवाओं का अलग-अलग कंपीटिशन की कोचिंग की तैयारी में ऊर्जा, समय और पैसा दोनों लगता है। अब रेलवे, बैंकिंग और ऐसी अनेक सरकारी भर्तियों के लिए एक ही एंट्रेंस एग्ज़ाम की व्यवस्था की जा रही है। 2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा है। इस सच्चाई ने उन लोगों के चेहरे से नकाब हटा दिया, जो हमले के बाद अफवाएं फैला रहे थे। मुझे विश्वास है कि आप अपने वोट से बिहार को फिर से बीमार होने से जरूर बचाएंगे।

चुनाव में ये दो मुद्दे खूब गूंज रहे

बिहार में बचे दो चरणों के चुनाव के लिए इन दिनों प्रचार प्रसार काफी तेजी से चल रहा है। प्रचार में रोजगार और नौकरियां राजनीतिक दलों के चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा बनकर उभरे हैं। राजनैतिक दलों ने राज्य में युवाओं ने जनसंख्या के एक बड़े हिस्से के रूप में लंबे और महत्वाकांक्षी वादे किए हैं। बिहार में 71 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हुआ था। 243 सदस्यीय विधानसभा के शेष 172 विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान होगा। इसके बाद परिणाम 10 नवंबर को घोषित होने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी इससे पहले दो बार बिहार में चुनावी रैली कर चुके हैं।