दोनों जगहों के लिए अलग-अलग टिकट 
पहली जनवरी को बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम में इंट्री की अलग व्यवस्था थी। सामान्य दिनों में किसी एक जगह पर टिकट लेने के बाद विजिटर दोनों ही जगहों पर घूमते थे। लेकिन शुक्रवार को विजिटर को दोनों जगहों पर टिकट लेना पड़ रहा था। हालांकि म्यूजियम प्रशासन ने टिकटों के रेट में कोई बदलाव नहंी किया था। व्यस्कों के टिकट 15 रुपए और बच्चों के टिकट पांच रुपए में सामान्य दिनों की तरह ही मिल रहे थे। म्यूजियम प्रशासन की ओर से बताया गया कि साल के पहले दिन बिहार म्यूजियम को 10 हजार विजिटर मिले तो पटना म्यूजियम 8 हजार विजिटर घूमने आए. 

टिकट काउंटर पर लगी रही भीड़
बिहार म्यूजियम घूमने आए लोगों को परेशानी हुई।  म्यूजियम के बाहर पार्किंग की बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण बेतरतीब तरीके से लगी गाडिय़ों की भीड़ लग गई। इस कारण दोपहर के बाद आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं टिकट काउंटर पर दिन भी काफी भीड़ लगी रही। लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी नहीं होने कारण यहां बेहतर स्थिति नहीं थी। भीड़ जब काफी बढ़ गई तो कोतवाली थाना का कुर्सी पर बैठा एक जवान उठा और लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश करने लगा। टिकट काउंटर पर भीड़ के व्यवस्थित नहंी होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई.

दोनों जगहों के लिए अलग-अलग टिकट 

पहली जनवरी को बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम में इंट्री की अलग व्यवस्था थी। सामान्य दिनों में किसी एक जगह पर टिकट लेने के बाद विजिटर दोनों ही जगहों पर घूमते थे। लेकिन शुक्रवार को विजिटर को दोनों जगहों पर टिकट लेना पड़ रहा था। हालांकि म्यूजियम प्रशासन ने टिकटों के रेट में कोई बदलाव नहंी किया था। व्यस्कों के टिकट 15 रुपए और बच्चों के टिकट पांच रुपए में सामान्य दिनों की तरह ही मिल रहे थे। म्यूजियम प्रशासन की ओर से बताया गया कि साल के पहले दिन बिहार म्यूजियम को 10 हजार विजिटर मिले तो पटना म्यूजियम 8 हजार विजिटर घूमने आए. 

 

टिकट काउंटर पर लगी रही भीड़

बिहार म्यूजियम घूमने आए लोगों को परेशानी हुई।  म्यूजियम के बाहर पार्किंग की बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण बेतरतीब तरीके से लगी गाडिय़ों की भीड़ लग गई। इस कारण दोपहर के बाद आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं टिकट काउंटर पर दिन भी काफी भीड़ लगी रही। लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी नहीं होने कारण यहां बेहतर स्थिति नहीं थी। भीड़ जब काफी बढ़ गई तो कोतवाली थाना का कुर्सी पर बैठा एक जवान उठा और लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश करने लगा। टिकट काउंटर पर भीड़ के व्यवस्थित नहंी होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई।