PATNA: हृदय में छेद वाले 21 बच्चे फ्राइडे को इलाज के लिए अहमदाबाद रवाना हुए। इन बच्चों का बाल हृदय योजना के तहत गुजरात के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में फ्री इलाज होना है। इसके लिए राज्य सरकार ने अपने खर्चे से प्लेन से अहमदाबाद के लिए विदा किया। सीएम नीतीश कुमार ने संवाद कक्ष के पास से इन बच्चों की बस को एयरपोर्ट के लिए रवाना किया। सीएम ने बच्चों से बात भी की। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे।

जांच और इलाज दोनों फ्री

सीएम ने कहा कि बाल हृदय योजना को सात निश्चय-2 में शामिल किया गया है। इसके तहत बच्चों के हृदय में छेद का इलाज किया जाता है। आरंभ में इसका पता नहीं चलता है पर बाद में इससे काफी परेशानी हो जाती है। राज्य सरकार ने यह तय किया है कि इस तरह के बच्चों की जांच और इलाज दोनों मुफ्त होगी।

फिलहाल अहमदाबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ स्वास्थ्य विभाग का करार हुआ है जो इस रोग से पीडि़त बच्चों का इलाज फ्री में करता है। राज्य सरकार ने जांच के बाद 21 बच्चों को उनके पेरेंट्स के साथ प्लेन से अहमदाबाद के लिए रवाना किया। वहां होने वाले अन्य खर्च व लौटने की व्यवस्था भी सरकार अपने स्तर से करेगी।

कई बच्चों की उम्र 4 से 5 वर्ष

पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इस रोग से पीडि़त बच्चों की जांच की व्यवस्था की गई है। बाद में उनके इलाज का इंतजाम भी यहां ही किया जाएगा। सीएम ने बस में जाकर इन बच्चों से बात भी की। कई बच्चों की उम्र चार से पांच वर्ष की है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि पिछले वर्ष नवंबर में राज्य कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी थी। फिर अहमदाबाद के प्रशांति रिसर्च फांउडेशन के साथ करार हुआ। उस समय तय हुआ था कि 2 अप्रैल से योजना लागू होगी। अगले मार्च तक ज्यादा बच्चों को फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।