-बिहटा में सोन नदी और गांधी सेतु पर लग रही वाहनों की लंबी लाइन, लोग परेशान

-जाम से छुटकारा पाने के लिए बिहटा के पास सोन नदी पर बना है नया पुल

PATNA: पटना और आरा के बीच लाइफलाइन कोईलवर पुल के समानांतर 266 करोड़ रुपए की लागत से बने तीन लेन के नए पुल से भी लोगों को जाम से राहत नहीं मिल रही है। लोगों को हर दिन घंटों जाम में फंसकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह पुल पटना को बिहार के कई जिले समेत यूपी को भी जोड़ता है। पटना से यूपी जाने का यह प्रमुख पुल है। फिर भी पुलिसकर्मियों की लापरवाही से यहां जाम लग रहा है। यही हाल गांधी सेतु का है। पुलिस इस पुल को भी जाम मुक्त नहीं करा पा रही है। गांधी सेतु पटना से उत्तरी बिहार के जिलों को जोड़ता है। जाम न लगे इसके लिए गांधी सेतु पर काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। फिर लोगों को जाम से राहत नहीं मिल रही है।

दो जिले की पुलिस भी फेल

कोईलवर में सोन नदी पर बने नए पुल पर ट्रैफिक संचालन के लिए पटना और भोजपुर जिले की पुलिस तैनात है। लेकिन दोनों जिले की पुलिस मिलकर भी पुल को जाम से मुक्त नहीं करा पा रही है। दोनों जिले की पुलिस जाम के लिए एक-दूसरे को दोषी

ठहराती है।

मरीज होते हैं ज्यादा परेशान

कोईलवर में बने नए पुल पर पैसेंजर वाहन के अलावा एंबुलेंस भी फंस जाते हैं। पुलिस की लापरवाही ऐसी है कि एंबुलेंस को भी निकलने के लिए जगह नहीं मिल पाती है। गर्मी का सीजन आते ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है। छोटे-छोटे बच्चे पानी के लिए तरस जाते हैं।

ओवरटेक से रोकी राह

पुलिस के अधिकारियों की मानें तो जाम की वजह ओवरटेक करना है। ओवरटेक करने के चक्कर में गाडि़यां फंस जाती है। इस वजह से पुल पर ही गाडि़यों की लंबी लाइन लग जाती है।

गांधी सेतु भी बेहाल

जाम से गांधी सेतु का पश्चिमी लेन भी बेहाल है। यहां हर दिन जाम लग रहा है। इस पुल को जाम से मुक्त रखने के लिए पटना और वैशाली जिला के एक सौ से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। फिर भी जाम जारी है।

पुल के पास जाम लगने की सबसे बड़ी वजह वाहन चालकों द्वारा ओवरटेक करना है। एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में गाडि़यां पुल पर फंस जाती हैं। इस वजह से जाम लग रहा है। लोग भी सजग रहें।

-मो। अली अंसारी, डीएसपी ट्रैफिक