PATNA: सोमवार को शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने अहम फैसला लेते हुए कहा कि डीएम अब कार्यक्रम पदाधिकारियों (डीपीओ) का कार्य तय नहीं करेंगे। अब यह काम मुख्यालय स्तर पर होगा। साथ ही यह निर्देश भी दिया कि किताबों की छपाई के लिए एचपीसीएल कागज की आपूर्ति करेगा। यदि एचपीसीएल पूर्ति नहीं कर सका तो शेष कागज की खरीद खुली निविदा के जरिए होगी। कागज की गुणवत्ता जांच टेक्स्ट बुक कारपोरेशन के साथ ही स्वतंत्र एजेंसी से भी कराई जाएगी।

एक ही किताब का प्रस्ताव खारिज

स्कूली बच्चों की किताबों पर चर्चा के क्रम में अधिकारियों ने सुझाव दिया कि किताबों की छपाई ऐसी हो कि बच्चे उन्हें कम से कम तीन सालों तक इस्तेमाल कर सकें लेकिन मंत्री ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कतई संभव नहीं।

एक सप्ताह में दूर करें बाधाएं

मंत्री ने शिक्षा अधिकारियों को टीईटी और एसटीईटी की परीक्षाओं की तकनीकी बाधाओं को सप्ताह भर में दूर करने का निर्देश भी दिया। इसके अलावा उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाध्यापक की नियुक्ति के लिए नीति बना इनकी सीधी नियुक्ति की कार्य योजना बनाने को भी कहा।

अध्ययन करने अफसर जाएंगे बाहर

बिहार में कम्प्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे दूसरे राज्यों का दौरा कर वहां चलने वाली वर्चुअल क्लास का अध्ययन करें। अध्ययन के निष्कर्षो के आधार पर बिहार के लिए वर्चुअल क्लास की नीति निर्धारित की जाए।