PATNA:स्वास्थ्य विभाग ने पिछले आठ महीनों से क्ख् सौ नए डॉक्टरों को सैलरी नहीं दी है। विभाग ने कुछ महीने पहले दो हजार नए डॉक्टरों की भर्ती की थी। डॉक्टराें के वेतन, सुरक्षा और प्रोन्नति की मांग को गंभीरता से विभाग नहीं ले रहा है।

विभाग के रवैये से नाराज बिहार चिकित्सा संघ (भासा) ने आगे की रणनीति तय करने को रविवार को विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, जिसमें आंदोलन का एलान किया जा सकता है।

भासा के महासचिव डॉ। रणजीत कुमार ने बताया कि पिछले साल करीब सोलह सौ सामान्य और पांच सौ विशेषज्ञ डॉक्टरों की ज्वाइनिंग हुई थी। जिसमें से करीब पांच सौ सामान्य और दो सौ विशेषज्ञ डॉक्टरों ने योगदान नहीं किया। इसमें से करीब पंद्रह सौ डॉक्टरों में से अस्सी फीसद को पिछले आठ महीने से सैलरी नहीं मिला है।

प्रकाश पर्व में दिन-रात की ड्यूटी

डॉक्टरों ने अस्पतालों के अलावा प्रकाशपर्व में आए श्रद्धालुओं का दिन-रात इलाज मुहैया कराने में जुटे रहे। वहीं, पुलिस द्वारा डॉक्टरों की पिटाई भी कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से उदासीन है। अस्पतालों में डॉक्टरों को सुरक्षा देने का प्रावधान है, लेकिन इस दिशा में आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई। डॉक्टरों को डायनेमिक एसीपी का लाभ देने का मामला भी स्वास्थ्य विभाग और वित्त विभाग के बीच झूल रहा है।