-ट्विटर पर छाया वैकेंसी का मुद्दा

PATNA: बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) रविवार को अचानक ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा अब तक क्लीयर नहीं होने पर कैंडिडेट्स ने माइक्रो ब्ला¨गग साइट पर संडे को अभियान छेड़ दिया। कैंडिडेट्स ने सुबह से ही ट्विटर पर 'बीएसएससी क्लियर प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा 2014' हैशटैग पर मांग रखनी शुरू कर दी। दोपहर तीन बजे तक बिहार से लगभग 1.20 लाख लोगों ने इस ट्रेंड पर ट्वीट किया। अभ्यर्थियों ने बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के परिणाम को जल्द क्लियर करने की मांग रखी।

7 साल में प्रॉसेस भी पूरा नहीं

आयोग की ओर से राज्य के एक दर्जन से अधिक विभागों में 12,140 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। वर्ष 2014 की रिक्तियों (वैकेंसी) के अब तक क्लियर नहीं होने पर अभ्यर्थियों में रोष है।

पंचायत सचिव के सबसे अधिक पद

बीएसएससी की ओरसे 2014 में निकाली गई वैकेंसी में सबसे अधिक पंचायत सचिव व राजस्व कर्मचारी के पद हैं। इसके क्लियर होते ही राज्य में काफी हद तक पंचायत सचिव व राजस्व कर्मचारी की कमी दूर हो सकेगी। जबकि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार पुलिस सहित अन्य विभागों में भी नियुक्ति की जा रही है।

सचिव और अध्यक्ष भी जा चुके हैं जेल

2014 की इस वैकेंसी में प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में तत्कालीन अध्यक्ष सुधीर कुमार एवं सचिव परमेश्वर राम को जेल हो चुकी है। 2016 में प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद सरकार ने इसे रद कर दिया। उसके बाद दोबारा वर्ष 2018 में प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई।