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PATNA:अगर आप पटना के मैरिज गार्डन में अपने बेटे या बेटी की शादी करने के लिए प्लान बना रहे हैं तो सावधान हो जाइए। क्योंकि शहर के अधिकतर मैरिज गार्डन अवैध है। ये सुरक्षा मानकों को भी फॉलो नहीं करते हैं। यही नहीं नगर निगम में किसी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। ऐसे में अगर मैरिज गार्डन में कोई घटना हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसी की नहीं होगी, क्योंकि शादी या पार्टी की सूचना संबंधित थाना को देनी होती है लेकिन गार्डन के मालिक ऐसा भी नहीं करते हैं। यही नहीं शहर के सभी मैरिज गार्डन हर महीने 8 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी कर रहे हैं। शहर में चल रहे मैरिज गार्डन को लेकर जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।

500 अवैध गार्डन संचालित

जानकारी के अनुसार पटना में लगभग 500 मैरिज गार्डन संचालित है। ये सभी के सभी अवैध रूप से चल रहे हैं। एक भी मैरिज गार्डन ने नगर निगम से लाइसेंस नहीं लिया है। बुकिंग करने वाले भी कभी इस बात का ध्यान नहीं देते कि गार्डन का लाइसेंस है या नहीं। उनकी इसी अनदेखी का फायदा उठाया जाता है।

90 करोड़ की काली कमाई

एक अनुमान के मुताबिक शहर में लगभग 500 मैरिज हॉल हैं। एक मैरिज हॉल संचालक औसतन 60 हजार रुपए प्रति बुकिंग लेते हैं। एक माह में इनकी कुल कमाई 90 करोड़ की होती है। नगर निगम को 9 फीसदी के हिसाब से टैक्स देना होता है। इस हिसाब से संचालक को 8 करोड़ 10 लाख रुपए निगम को टैक्स देना चाहिए। कोई भी मैरिज हॉल निगम में रजिस्टर्ड नहीं है। ऐसे में संचालक हर माह लगभग आठ करोड़ रुपए का घोटाला कर रहे हैं।

इस तरह होता है खेल

-पांच हजार स्क्वॉयर फीट के उत्सव हॉल की आमदनी एक साल में अधिकतम दो लाख 16 हजार रुपए होनी चाहिए। जिसका नौ फीसदी टैक्स नगर निगम में जमा होना चाहिए।

-संचालक न्यूनतम 50 से 60 हजार रुपए एक बुकिंग के लिए वसूल करते हैं।

-बुकिंग के लिए निर्धारित पांच हजार से 10 हजार रुपए के बजाय 50 हजार से एक लाख रुपए तक लेते हैं।