क्कन्ञ्जहृन्: मैं ब्रज बिहारी स्मृति संग्रहालय अमर शहीद ब्रज बिहारी के नाम पर स्थापित हूं। एक समय था जब दूर-दराज से लोग हमें देखने के लिए आते थे। आज मैं बीमार हूं और कोई मुझ पर ध्यान नहीं दे रहा है। खुद की बदहाली पर परेशान हूं। यदि मुझे इस बीमारी से निजात नहीं मिला तो एक चमकदार डब्बे में कैद हो जाऊंगा और लोग मुझ पर हंसेंगे।

कोई झांक भी नहीं पाता

जब लोग मेरे दरबाजे पर पहुंचते हैं तो ताला बंद होने के कारण हमें बिना देखे ही लौट जाते हैं। दर्शकों के आग्रह पर अगर कोई मेरा दरवाजा भी खोलता है तो अंदर से धूलों से पटा दिखता हूं। इससे मैं नहीं कला संस्कृति एवं युवा विभाग बदनाम हो रहा है। क्योंकि मैं इतिहास का हिस्सा हूं और सरकार मुझपर ध्यान नहीं दे रही है।

असुरक्षित हूं मैं

मैं और मेरी धरोहर कितने सुरक्षित हैं ये कहना बहुत कठिन है। सुरक्षा के नाम पर बिहार सरकार की ओर से सरकारी कर्मी तो दूर एक गार्ड तक तैनात नहीं है। किसी असामाजिक तत्व को जब मन होता अंदर चला आता है। मैं कुछ नहीं कर पाता हूं। क्योंकि एक चमकदार डब्बे में कैद हूं।

कराह रहा हूं दर्द से

विभागीय अनदेखी की वजह से मैं दर्द से कराह रहा हूं। सरकार ने मेरे सिर पर महंगे बल्ब टंगवा दिए। लेकिन वो जलती ही नहीं है। किसी का तार टूटा है तो कोई फ्यूज है। मैं ऐसे ही दर्द से कराह उठता हूं। जब लोग मेरे कैंपस में आकर पूछते हैं कि संग्रहालय कभी खुलता नहीं है क्या? तब प्रतिनियुक्ति पर तैनात एक मात्र चतुर्थवर्गीय कर्मी जवाब देते हैं कि संग्रहालय चालू स्थित में नहीं है। मैं तो 5 नवंबर 1998 को ही चालू हो गया था। तत्कालीन सीएम राबड़ी देवी ने लाखों रुपए खर्च कर शुरुआत की थी। तब से लगातार चालू हूं। दुर्भाग्य से मेरी देखभाल करने वाले कोई कर्मी या अफसर नहीं हैं।

नहीं हैं कर्मचारी

कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने वर्ष 1998 में मुझे टेकओवर किया। मगर मेरी धरोहर को डिस्प्ले करने के लिए कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं किए गए। जिस वजह से मैं दिन-रात अपने दुर्भाग्य पर रोता रहता हूं। अभी भी कुछ नहीं हुआ है। मुझे बचा लो नहीं तो मैं इतिहास बन जाऊंगा।

मैं चेक करवाता हूं। संग्रहालय बंद होने की सूचना नहीं है, संग्रहालय रोज खुलता है।

-शिवचन्द्र राम, कला संस्कृति मंत्री बिहार सरकार

मैं मीटिंग में हूं इस विषय में अभी कुछ नहीं कह सकता। बाद में बात करिए।

- चैतन्य प्रसाद, प्रधान सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग