- पटना में खुलेआम बिक रहा है मिलावटी तेल
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PATNA : पटना में गली-गली तेल निकालने की मशीनें लगी हैं। यदि आप यहां से तेल खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाइए। पीला रंग देखकर जिसे आप शुद्ध सरसों का तेल समझ रहे है, उसकी शुद्धता की जांच जरूर कर लें। यह तेल मिलावटी भी हो सकता है। पटना में बड़े पैमाने पर आपकी सेहत से खिलवाड़ कर पीला तेल का काला कारोबार हो रहा है। एक्सपर्ट की माने तो कमाई के लालच में व्यापारी सरसों में आर्जिमोन मिलाकर तेल निकाल रहे हैं। वही मिलावटी तेल बाजार में बेचा जा रहा है। पीला रंग होने की वजह से मिलावटी तेल पहचान में नहीं आता है। पटना में चल रहे काला कारोबार का खुलासा करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्टिंग ऑपरेशन किया तो पता चला कि पटना में यह खेल कई सालों से चल रहा है। मिलावटी तेल की पहचान नहीं हो पाने की वजह से लोग इसकी शिकायत नहीं कर पाते हैं।
-ऐसे हो रहा खेल
बाजार में अर्जिमोन, पॉम ऑयल 50 से 55 रुपए और राइस ब्रान 40 से 45 रुपए प्रति लीटर मिलता है। कारोबारी सरसों तेल में इन तेलों को आधा से एक तिहाई तक मिलाते हैं। इन तेलों में खुशबू नहीं होती है। इसलिए मिलाने के बाद सरसों के तेल की ही खुशबू देने लगता है। सरसों के पीले तेल की तरह ही दिखने के लिए इसमें एक पीला केमिकल युक्त रंग मिलाया जाता है। इसके बाद तेल को मार्केट में सप्लाई कर दिया जा रहा है।
-खराब हो रही सेहत
पटना में मिलावटी तेल ऐसे बेचे जा रहे हैं कि बिना जांच किए असली और मिलावटी में फर्क करना मुश्किल हो रहा है। बाजार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि असली सरसों के तेल की तरह पीले और चमकीले रंग का यह मिलावटी तेल बाकायदा बोतल और टीन में रैपर लगाकर उपलब्ध करा रहे है। तेल माफिया सरसों के तेल में मिलावट करके जहां लाखों में खेल रहे हैं, वहीं जनता की जेब पर डाका डाल रहे है। स्थिति यह है कि फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की ओर से भी
मिलावटी तेल के कारोबार को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाते हैं। अफसरों की लापरवाही का फायदा मिलावटी तेल के कारोबारी उठा रहे हैं।
यहां हो रहा खेल
-चितकोहरा बाजार
-अल्पना मार्केट
- राजीव नगर
-पोस्टल पार्क
-पटना सिटी
-बाजार समिति
-बाईपास
-बेच रहे 145 रुपए किलो
सरसों के तेल में अर्जिमोन और राइसब्रान तेल मिलाकर सरसों के दामों पर बेचा जा रहा है। शुद्ध सरसों के तेल से आधी कीमत पर ही पॉमआयल और राइस ब्रान (चावल के छिलके से तैयार तेल) मिलाकर कई गुना अधिक तक कमाई की जा रही है। क्योंकि बाजार 130 से 150 रुपए प्रति किलो पीला सरसों बिक रहा है। प्रति 4 किलो सरसों से 1 किलो तेल निकलता है ऐसे में 145 रुपए प्रति किलो तेल बेचना हकीकत परे है।
-खराब हो सकता है लीवर
डॉक्टरों की माने तो मिलावटी तेल का लगातार सेवन करने से लीवर के खराब होने का खतरा रहता है। साथ ही आंत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा नसें ब्लॉक हो सकती हैं । पैरेलाइसिस होने की संभावना बढ़ जाती है।
हेल्थ पर प्रभाव
लीवर डैमेज
आंत में घाव
गैस की समस्या
खून की कमी
पैरेलाइसिस
उल्टी
लूज मौसन
घबराहट
बोरिंग रोड स्थित पानी टंकी के पास मिलावटी तेल बेचने वाले व्यापारी और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के अंश
रिपोर्टर - सरसों का तेल बेचते हैं क्या?
व्यापारी- हां।
रिपोर्टर - मशीन से निकालते हैं क्या?
व्यापारी - हां, इसलिए शुद्ध मिलता है।
रिपोर्टर - कितने रुपए किलो बेचते हैं?
व्यापारी - 145 रुपए किलो।
रिपोर्टर - मगर सरसो तो 120 से 150 रुपए किलो बिकता है।
व्यापारी- आपको तेल लेना हो तो लीजिए बरना जाइए।
वर्जन
अगर इस तरह के मामले हैं तो मैं इसे चेक करवा कर छापा डलवाते हैं। मिलावटी पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
- अजय कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बिहार सरकार
मिलावटी तेल के लगातार खाने से पेट संबंधित कई बीमारियां हो सकता है। लगातार खाने से लीवर के साथ साथ आंत भी डैमेज हो सकता है। साथ ही पैरेलाइसिस की संभावना बढ़ जाती है।
-डॉ। संजीव कुमार, सीनियर गैस्टोसर्जन