PATNA : करीब फ्भ् साल का एक आदमी, जो लंबे कद का था। दोपहर एक बजे के करीब वो होटल पारकर में आया। होटल के कमरे में मनोज कुमार सिंह के साथ उसने चाय पी। कुछ देर बाद वो चला गया। मनोज थोड़ी देर होटल की गैलरी में टहले, फिर वापस अपने कमरे में चले गए। चंद मिनटों बाद जब वो बेड पर लेटे तो फिर नहीं उठे। उनकी आंखे हमेशा के लिए बंद हो गई यानी मनोज की मौत हो गई थी। होटल स्टाफ को जैसे ही इसकी भनक लगी, उसने कोतवाली थाने को सूचना दी। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर डा। मो। शिब्ली नोमानी और थानेदार अविनाश कुमार टीम के साथ पहुंचे। फिर मामले की जांच शुरू की गई।

- एक घंटे पहले बुक किया था रूम

कमरे को खंगाले जाने के दौरान पुलिस को मनोज का पर्स मिला। उसमें आधार कार्ड और दूसरे डॉक्यूमेंट्स मिले। जिससे करीब भ्भ् साल के मनोज कुमार सिंह की पहचान हुई। वो बेगूसराय के वार्ड नंबर ब् के रहने वाले थे और एक टेलिकॉम कंपनी के लिए काम करते थे। मौत से करीब एक घंटे पहले फ्रेजर रोड के होटल पारकर पहुचे थे। इंट्री रजिस्टर के अनुसार गुरुवार दोपहर क्ख्:फ्0 बजे उन्होंने रूम बुक किया था। उन्हें होटल रिशेप्शन के पास वाले रूम नंब ब् में ठहराया गया था।

- खुद ही कॉल कर बुलाया था

पुलिस ने होटल स्टाफ से इस मामले में पूछताछ की। पता चला कि बेगूसराय से पटना आने पर मनोज इसी होटल में ठहरते थे। पिछले ख्0 सालों से ये पारकर में ही वो ठहरते थे। एक स्टाफ ने बताया कि जब वो होटल पहुंचे तो थके से थे। तबीयत शायद थोड़ी गड़बड़ थी। उन्हें आराम करना था। लेकिन रूम बुक होने के करीब क्भ् मिनट बाद ही उन्होंने किसी को कॉल कर होटल में मिलने बुलाया। करीब एक बजे लंबे कद वाला आदमी आया था। स्टाफ ने खुद चाय ले जाकर कमरे में दोनों को दी थी।

- नहीं है सीसीटीवी कैमरा

पुलिस दो प्वाइंट पर जांच कर रही है। पहला कि होटल में आया शख्स कौन था? उसके जाने के थोड़ी देर बाद ही मनोज की मौत कैसे हो गई? कहीं किसी से कोई विवाद तो नहीं था? होटल में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। इसलिए कॉल डिटेल निकलने के बाद ही साफ हो सकेगा कि मनोज ने किसे कॉल कर मिलने बुलाया था। मामले की जांच का दूसरा प्वाइंट ये है कि उनकी तबीयत अक्सर खराब रहती थी। हो सकता है कि अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हुई हो। ये स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेगी।