PATNA(5 Jan): आखिरकार पटना जंक्शन पर गुरुवार को दस रिजर्वेशन काउंटर पर स्वैप मशीन लगा दी गई। लेकिन परेशानी यह हुई कि प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) से पहले ही दिन काफी मशक्कत के बाद गिने-चुने लोगों को आरक्षण टिकट मिल पाया। ऐसा इसलिए हुआ कि पीआरएस मशीन से पेमेंट करने की प्रक्रिया के बारे में काउंटर पर बैठे कर्मचारी को पता नहीं है। इस कारण एक टिकट काटने में सात से दस मिनट लग रहे थे। मालूम हो कि क्ख् दिसंबर को आई नेक्स्ट ने 'कैशलेस नहीं काउंटर' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। क्योंकि कैशलेस की घोषणा होने के बाद पटना सहित कई स्टेशनों पर पीओएस मशीन लगाई जानी थी। इसी कड़ी में पहले चरण की शुरुआत पटना जंक्शन के आरक्षण काउंटर पर दस पीओएस मशीन लगाकर की गई। जबकि जंक्शन पर करीब ख्भ् से अधिक आरक्षण काउंटर है। दूसरे चरण में बाकी बचे बड़े स्टेशनों के आरक्षण काउंटर पर पीओएस मशीन लगेगी।

भरना पड़ता है टीडीआर

गौरतलब है कि क्रेडिट या डेबिट कार्ड से टिकट लेने के बाद अगर टिकट कैंसिल करवाते हैं तो आपको टिकट डिपोजिट रीसिप्ट(टीडीआर) फाइल करना पड़ेगा। इस दौरान अकाउंट नम्बर और आधार नम्बर देना होगा। इस प्रक्रिया के पूरे होने के बाद अकाउंट में पैसा चला जाएगा।

पीओएस से प्रक्रिया कठिन

आरक्षण टिकट काउंटर पर लगी पीओएस मशीन से टिकट काटने की प्रक्रिया कठिन है। क्योंकि पीआरएस मशीन से पेमेंट होने के बाद स्लीप का नम्बर टिकट बनाते समय जोड़ना होता है। इसके बाद ही लोगों को टिकट काट कर दिया जाता है। इस पूरे प्रक्रिया में सात से दस मिनट लग रहा है।