क्कन्ञ्जहृन्: इस बार होली को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं हैं। एक ही दिन पूरे देश में होली खेली जाएगी। ज्योतिष विद्वानों की मानें तो अक्सर भद्रा को लेकर होली दो दिन मनाई जाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। ग्रहों और भद्रा का कोई प्रभाव नहीं है जिसकी वजह से तीन दशक बाद एक ही दिन होली मनाई जाएगी।

होली पर शनि का दुर्लभ योग

इस वर्ष गुरुवार 1 मार्च की रात होलिका दहन होगा और अगले दिन शुक्रवार 2 मार्च को होली खेली जाएगी। ज्योतिष के नजरिए से इस साल होली पर एक विशेष योग बन रहा है। इस बार की होली पर शनि धनु राशि में रहेगा। इससे पहले 1990 में योग बना था। 28 वषरें के बाद शनि देव गुरु बृहस्पति की राशि में है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा, इसका स्वामी शुक्र है। इस नक्षत्र में जब चंद्रमा सिंह राशि में होता है, तब ये पर्व मनाया जाता है। इसी के साथ बसंत ऋतु का भी आगमन होता है। 2018 की होली व्यापार के लिए बड़ी लाभदायक रहेगी। मंदी का दौर धीरे-धीरे खत्म होने लगेगा, लोगों की आय में वृद्धि होने के संकेत भी हैं। 28 साल बाद होली एक ही दिन पूरे देश में विशेष संयोग के साथ मनाई जाएगी।

पूरे देश में होली 2 मार्च को मनेगी। ग्रहों की चाल व भद्रा से कोई खास असर नहीं है।

-दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिष विद्वान