पटना (ब्यूरो)। आइसा ने शुक्रवार को पटना विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक का घेराव किया एवं प्रदर्शन जुलूस निकाला। आइसा कार्यकर्ता पटना कॉलेज से मार्च निकालते हुए पटना विश्वविद्यालय मुख्य द्वार तक पहुंचे। मुख्य द्वार पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोका। विश्विद्यालय गेट पर आइसा कार्यकर्ता प्रदर्शन करते रहें। पुलिस से थोड़ी नोक-झोंक भी हुई।

आइसा बिहार राज्य अध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय को सरकार एवं विश्वविद्यालय प्रशासन मिलकर बर्बाद कर रहे हैं.भारी शिक्षकों की कमी है। लॉ की सीटों में कटौती कर दिया गया। विश्वविद्यालय संसाधनों के अभाव से जूझ रहा है.बिहार सरकार पटना विश्वविद्यालय से आँख मूंद लिया है।

आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीरज यादव एवं सचिव कुमार दिव्यम ने कहा कि सीनेट के बैठक का घेराव आइसा ने अपनी मांगों को ले कर किया था। सेंट्रल लाइब्रेरी को चौबीस घंटे खोलने, विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए बस सेवा शुरू करने, पीएच.डी में नामांकन शुरू करने, कॉमर्स सेल्फ फाइनेंस कोर्स को रेगुलर कोर्स में परिवर्तित करने,होस्टलों में मेस की सुविधा को लागू करने एवं वाई फाई का प्रबंध करने पुस्तकालयों में नई पुस्तकें उपलब्ध कराने,छात्राओं के सुरक्षा का प्रबंध करने, सहित कई अन्य छात्र हित के मुद्दों पर सीनेट के बैठक का घेराव किया गया एवं मांग से संबंधित ज्ञापन विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपा गया।

प्रदर्शन में आइसा बिहार राज्य अध्यक्ष विकास यादव, विश्वविद्यालय सचिव कुमार दिव्यम, अध्यक्ष नीरज यादव, आइसा नेत्री कल्पना सिंह, उपाध्यक्ष अनिमेष चंदन,आशीष साह, राजा सिंह, चंदन यादव, पुरुषोत्तम कुमार, आलोक, रिशांत, सुमन सहित दर्जनों छात्र छात्राएं मौजूद थीं।