पटना (ब्यूरो। पटना नगर निगम की ओर से 17 दिसंबर को सैदपुर नाला उड़ाही के क्रम में नाला ब्राउंड्री वाल का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था। इसके बाद से सफाई में लगाई गई पोकलैंड को स्थानीय लोगों ने जब्त कर रख लिया। निगम के बार-बार फोन किये जाने के बाद भी इस मामले पर स्थानीय लोगों ने पोकलैंड को नहीं छोड़ा है। पाटलिपुत्र नगर विकास समिति के अध्यक्ष बबलू कुमार ने इस मामले पर नगर निगम के अधिकारियों से दो टूक कह दिया है कि पोकलैंड बिना मरम्मति या सुरक्षा घेरा बनाए नहीं छोड़ा जाएगा। जानकारी हो कि नाला क्षतिग्रस्त होने के बाद से इसपर ताला जड़ दिया गया है। निगम की ओर से इस नाले के मेनटेंनेंस के लिए कुछ नहीं हो रहा है।

अब पूरी सड़क धंस जाने का खतरा
शाहगंज प्रोफेसर कॉलोनी के पास नाला का क्षतिग्रस्त हिस्सा टूट चुका है। अब स्थानीय लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं सड़क भी इसके कारण नाला में न समा जाए। जानकारी हो कि पहले भी जेसीबी या पोकलैंड से सफाई की गई है और नाला का सतह का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने और बाउंडी वॉल के हिस्से भी क्षतिग्रस्त होने के कारण पहले से यहां से लोग जान हथेली पर लेकर गुजरते हैं। स्थानीय नागरिक एवं समाजसेवी आदि मेहता ने बताया कि इस प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। यह आगे भी लोगों के लिए खतरे का सबब बन सकता है।

करीब चार लाख की आबादी प्रभावित
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह कोई सामान्य नाला नहीं है। सैदपुर नाला के अंतर्गत वार्ड 47, 48, 50 और 53 की लगभग चार लाख की आबादी प्रभावित है। इस बात को यहां के स्थानीय पार्षद और जन प्रतिनिधियों को भी जानकारी है। लेकिन विडंबना यह है कि पहले निगम और अब रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के अधीन यह नाला आने के बाद भी इस नाला का कायाकल्प नहीं हो रहा है। फिलहाल पाटलिपुत्र नगर विकास समिति इसके लिए आंदोलनरत है।