PATNA : पहले शराबबंदी की तो लोगों ने बोला। अब नोटबंदी का समर्थन कर रहा हूं तो लोग बोल रहे हैं। फिर मीडिया में खबर आ गई कि अमित शाह से मिला। हर किसी को बोलने की आजादी है। बोलते रहिए। मतलब निकालते रहिए। मैं किसी बात का परवाह नही करता। क्योंकि मेरी आदत है कि मुझे जो चीज अच्छी लगती है मैं उसके पक्ष में बोलता हूं। नोटबंदी का समर्थन और शराबबंदी का अटल निर्णय भी इसी के तहत है। इसलिए शराबबंदी को लेकर लोग लाख दबाव मुझ पर बना लें लेकिन ऐसा वैसा कुछ नहीं होने वाला है। ये बातें कहीं सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने कही। वे अधिवेशन भवन में मद्य निषेध दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। शनिवार को सूबे में पहली बार मद्य निषेध दिवस मनाया गया।

तो उन्हें माला पहनाइए

नीतीश ने कहा कि शराबबंदी का रास्ता कठिन है लेकिन इससे सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद पड़ी है। क्योंकि शराबबंदी का जो सामाजिक प्रभाव है वह काफी सकारात्मक है। इसलिए सबको सजग रहना पड़ेगा। साथ ही शराबबंदी के कानून के तहत सजा के प्रावधानों के मसले पर संशोधन को लेकर कहा कि इस मसले पर वह विधानमंडल में आ सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी और एडीजी (पुलिस मुख्यालय) सुनील कुमार को उन्होंने कहा कि यह देखें कि शराब के पुराने कारोबारी इन दिनों क्या कर रहे हैं। अगर दूसरे धंधे में हैं तो उन्हें माला पहनाइए और अगर कुछ नहीं कर रहे तो यह देखें कि उनका काम कैसे चल रहा। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से मद्य निषेध दिवस नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाए। शराबबंदी को लेकर ख्क् जनवरी से ख्ख् मार्च तक चलने वाले अभियान के तहत दो करोड़ लोगों की मानव श्रृंखला बनाई जाएगी। यह दुनिया की सबसे बड़ी मानवा श्रृंखला होगी।

बंद में शामिल नहीं होगा जदयू

क्कन्ञ्जहृन्: नोटबंदी के खिलाफ भारत बंद और आक्रोश मार्च में जदयू शामिल नहीं होगा। जदयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सीएम ने यह निर्णय लिया। उन्होंने पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा। अशोक चौधरी से बात कर इस फैसले से उन्हें अवगत कराया।

भाजपा का साथ, सवाल ही नहीं

प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण ने कहा कि बेवजह भाजपा से नजदीकियों की अफवाह उड़ाई जा रही है। नोटबंदी पर समर्थन देने का यह मतलब कतई नहीं है। जदयू जिस आशंका से भाजपा से अलग हुआ था, आज भाजपा देश में उसी तरह के हालात बना रही है। भाजपा के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं है।