PATNA: पशुपालन विभाग प्रयास के बाद भी अपनी जमीन की सही जानकारी प्राप्त करने में नाकाम है। विभाग को पता ही नहीं है कि किस जिले में उसकी कितनी जमीन है या वर्तमान में उस पर किसका कब्जा है? अगस्त में विभाग ने सभी जिलों से विस्तृत जानकारी मांगी थी, लेकिन अधिकांश जिलों से रिपोर्ट नहीं मिली। सही देख-रेख नहीं होने से लोगों ने अधिकांश जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसमें विभाग के रिटायर्ड कर्मी भी पीछे नहीं हैं। रिटायर्ड होने के बाद भी बड़ी संख्या में कर्मचारी विभाग के आवास और परिसर में काबिज हैं। स्थाई दुकान और मकान तक बना लिए हैं।

जानकारी लेने में जुटे अफसर

अगस्त से विभागीय अफसर जमीन की सही जानकारी लेने में जुटे हैं। विभाग ने सभी जिले के अफसरों को एक फॉर्मेट देकर जमीन का ब्योरा मांगा है। विभागीय जमीन का खाता, खेसरा, रकबा का उल्लेख करने को कहा गया है। अवैध कब्जे और खाली जमीन की भी जानकारी मांगी है। अवैध कब्जा करने वाले व्यक्तिका नाम, अगर उसपर कोई संस्थान चल रहा है, तो उसका ब्योरा देने को कहा है। खाली जमीन का उपयोग करने की योजना से अवगत कराने को कहा गया है। लेकिन, तीन माह से अधिक समय गुजरने के बाद भी अधिकांश जिलों ने विभाग को रिपोर्ट नहीं दी है।