पटना ब्‍यूरो। मच्छरों के प्रजनन की वृद्धि को रोकने के लिए पिछले माह पटना नगर निगम ने महाअभियान की शुरुआत की। जिसमें शहर के सभी वार्डों में फॉगिंग के अलावा मच्छरों के लार्वा को मारने के लिए एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव की बात कही गई थी। इसकी शुरुआत पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने 500 टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एंटी लार्वा छिड़काव के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी की गई। शहर के कुछ वार्डों को छोड़कर अधिकांश वार्डों में सिर्फ फॉगिंग कर कर्मचारी लौट आए। जबकि मच्छरों का प्रकोप आज भी शहरवासियों के लिए मुसीबत बनी हुई है। समय रहते अगर मच्छरों पर काबू नहीं पाया गया तो आने वाले दिनों में डेंगू के साथ मलेरिया के मामले एक बार फिर बढ़ सकते हैं। विश्व मलेरिया दिवस पर पढि़ए खास रिपोर्ट

पिछले वर्ष 19 मरीज हुए पॉजिटिव
एक तरफ स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि पटना मलेरिया से पूरी तरह मुक्त हो गया है। दूसरी तरफ वित्तीय वर्ष 2023-24 में पटना में मलेरिया के 19 मरीज पॉजिटिव मिले थे। मलेरिया से बचने के लिए पटना में लगातार अवेयरनेस कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मगर, इस बीमारी से बचने के लिए एंटी लार्वा छिड़काव पर जोड़ नहीं दिया जा रहा है। जिस वजह से सितंबर से जनवरी के बीच मलेरिया मच्छरों का जन्म ज्यादा होता है।

500 टीमों को किया था रवाना
पटना में मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम के लिए पटना नगर निगम की ओर से निगम आयुक्त अनिमेष परासर ने मार्च 2024 में 500 टीमों को शहर में एंटी लार्वा व फॉगिंग के लिए रवाना किया था। कुछ वार्डों में एंटी लार्वा के छिड़काव भी किए गए। मगर, अधिकांश वार्डों में फॉगिंग कर औपचारिकता पूरी कर लिया गया। पटना के कंकड़बाग, केसरी नगर, पोस्टल पार्क, राजीव नगर सहित कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भी खाली प्लॉटों में जल जमाव है। खुले नाले होने की वजह से मच्छरों प्रकोप हमेशा रहता है।

कूलर की पानी भी खतरनाक
गर्मी में लोग कूलर का उपयोग करते हैं। डॉक्टरों ने बताया कि कई बार लोग कई दिनों तक कूलर का पानी नहीं बदलते हैं। जिस वजह से इसमें मच्छर का लार्वा पनपता है। इससे बचने के लिए आसपास जल जमाव नहीं होने दें।

लोगों को दिलाया जाएगा शपथ
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पटना में मलेरिया प्रति एक हजार व्यक्ति में एक को होता है। इसे शून्य करने के लिए गुरुवार को जिला मलेरिया कार्यालय में अवेयरनेस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि स्कूल, कॉलेज व अस्पतालों में कर्मचारियों को मलेरिया से बचाव के लिए शपथ दी जाएगी। आसपास जल जमाव न हो इसकी जानकारी दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि समय-समय पर एंटी लार्वा छिड़काव हो रहा है। जिस वजह से मलेरिया केस कम हुए हैं।


मलेरिया को खत्म करने के लिए एंटी लार्वा छिड़काव समय-समय पर होता है। साथ ही अवेयरनेस से इस समस्या का निदान होगा। स्कूल, कॉलेज व अस्पतालों में अवेयरनेस कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
डॉ। सुभाष प्रसाद, जिला मलेरिया अधिकारी, पटना