-सरकार का कोरोना जांच बढ़ाने का दावा फेल, पटना हाईकोर्ट ने 7 तक मांगी रिपोर्ट

PATNA: रोज कोरोना पॉजिटिव की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है। इसे लेकर 1 माह से अधिक समय से सरकार जांच बढ़ाने की बात कह रही है। बावजूद अब भी साढे़ 10 से 11,000 सैंपल की जांच ही प्रतिदिन हो रही है। सैंपल जांच की कुल संख्या इससे आगे नहीं बढ़ रही है। जबकि हफ्ते दिन पहले ही सीएम नीतीश कुमार ने रोज कम से कम 20 हजार सैंपल जांच की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। पटना में आरएमआरआई, पीएमसीएच, एम्स, आईजीआईएमएस के अलावा शहरी पीएचसी सेंटरों में भी जांच की सुविधा शुरू की गई है। 5 मोबाइल यूनिट भी तैयार हैं। इसके अलावा बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों, 3 प्राइवेट लैब में भी जांच की जा रही है। जांच को लेकर दो बड़ी समस्याएं हैं। स्पेशलाइज्ड मशीन और लैब टेक्नीशियन की जरूरत है जबकि सभी हॉस्पिटलों में इसके जांच के लिए मशीन और जरूरी संसाधन नहीं है।

पटना में रिकॉर्डतोड़ 561 नए कोरोना पॉजिटिव मिले

शुक्रवार को पटना में कोरोना संक्रमण के 561 नए मामले मिले हैं। इसके साथ ही यहां संक्रमित पेशेंट का कुल आंकड़ा 5347 हो गया है। नए मामलों में एनएमसीएच के 3 जूनियर डॉक्टर 6 स्टाफ पीएमसीएच के 39 संक्रमित सहित अन्य जगह से नए मामले मिले हैं। यहां अब तक 3442 ठीक होकर घर लौट चुके हैं जबकि एक्टिव केसेस 1865 है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक 40 कोरोना संक्रमित की मौत पटना में हुई है।

हाईकोर्ट में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ्स की रिपोर्ट तलब

पटना हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से 7 अगस्त रिपोर्ट मांगा है। दिनेश कुमार सिंह की लोकहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की दो सदस्यीय खंडपीठ ने राज्य सरकार से कोरोना से निपटने की योजना के साथ ही जांच और इलाज की व्यवस्था का ब्योरा मांगा है। जिलास्तरीय कोविड हॉस्पिटल्स की जानकारी, डॉक्टर्स, नर्स और चिकित्साकíमयों की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।