PATNA: अगर आप आयुष के पीजी कॉलेजों में प्रवेश पाना चाहते हैं तो एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए तैयार हो जाइए। क्योंकि इसके बाद ही कॉलेजों में प्रवेश मिल पाएगा। अभी तक यह होता था कि कॉलेजों में आसानी से प्रवेश हो जाता था।

अब क्या होगा

गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, यूनानी, योग प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्धा व होम्योपैथी में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई को लेकर आदेश जारी किया है। लिहाजा, स्टूडेंट्स को अब एमडी, एमएस में प्रवेश लेने के लिए ऑल इंडिया आयुष पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा में शामिल होना होगा। इसमें पास होने के बाद स्टूडेंट्स को रैंक मिलेगा। जिसके आधार पर काउंसिलिंग में सीट तय हो पाएगी। यह सत्र ख्0क्7-क्8 से लागू कर दिया गया है।

- मंत्रालय ने सभी को भेजा लेटर

आयुष मंत्रालय ने सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन, सेंट्रल काउंसिल ऑफ होम्योपैथी मेडिसिन, ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद को आदेश भेज दिया है ताकि परीक्षा को लेकर प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।

- कोटा होगा खत्म

अभी तक प्राइवेट कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटा और एनआरआई कोटे के तहत स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया जाता था, लेकिन अब सभी कोटे को खत्म कर दिया जाएगा। साथ ही शासकीय और प्राइवेट कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम के तहत स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया जाएगा।

- देश के सभी कॉलेज में लागू होगा नियम

इसी सत्र से आयुष के पीजी कॉलेजों में एंट्रेस टेस्ट के तहत प्रवेश दिया जाएगा। बिहार में पिछले साल दो कॉलेजों में ख्0 सीटों की अनुमति दी गई है। वहीं, देशभर के करीब क्भ्0 कॉलेजों में प्रवेश होगा। इसमें शासकीय और प्राइवेट कॉजेल शामिल है।

- फैक्ट फाइल

- ब् आयुर्वेद कॉलेज को बिहार में मिली है मान्यता

- क्भ् होम्योपैथी कॉलेज को बिहार में मिली है मान्यता

- ब् यूनानी कॉलेज को बिहार में मिली है मान्यता

आयुष मंत्रालय का आदेश स्टूडेंट्स के हित में है। नई व्यवस्था से आयुष कोसरें मे प्रवेश में पारदर्शिता आएगी। विषयवार गुणात्मक पढ़ाई होगी।

- डॉ। राकेश पांडेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आयुष मेडिकल एसोसिएशन