-मुजफ्फरपुर में ¨रग बांध और सारण के मकेर प्रखंड में नहर का बांध टूटा, फिर दो दिन बारिश के आसार

PATNA: बिहार के कई जिलों में लोग बाढ़ के कारण परेशान है। लोग इसे बदइंतजाम की बाढ़ मान रहे हैं। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबकि मुंगेर में गंगा का जलस्तर हर दो घंटे पर एक सेंटीमीटर घट रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार तक गंगा के जलस्तर में और कमी आने की संभावना है। खगडि़या में कोसी, बागमती व बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा खतरे के निशान से नीचे है। सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में एक बार फिर हो रही गिरावट के कारण नेपाल प्रभाग स्थित पश्चिमी कोसी तटबंध के 9.18 किमी स्पर एवं डलवा ¨रग बांध के कट एंड भाग पर नदी आक्रामक हो गई है। सहरसा में तटबंध के अंदर लोगों की परेशानी बरकरार है। मधेपुरा में कोसी व सुरसर का जलस्तर फिलहाल स्थिर है। अररिया में नदियों का जलस्तर कम हुआ है। कटिहार में महानंदा, कोसी और बरंडी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सूबे में डूबने से 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, समस्तीपुर और बांका के एक -एक और सारण, सीतामढ़ी व दरभंगा के दो -दो लोग हैं।

¨रग बांध टूटा,नए क्षेत्रों में पानी

मुजफ्फरपुर में पुरानी जीरो माइल के पास बूढ़ी गंडक का ¨रग बांध टूटने से नए क्षेत्रों में पानी फैल गया है। समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर छठे दिन भी ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 2.21 लाख क्यूसेक रहा। यहां कई गांवों में पानी घुसा है। पूर्वी चंपारण के डुमरियाघाट पुल की मरम्मत के बाद धीमी रफ्तार से वाहन चलने लगे हैं। मधुबन-चकिया पथ टूट गया है।

डूबते घर को देख सहमे लोग

सुगौली प्रखंड में सिकरहना नदी का रौद्र रूप देख लोग सहमे हुए हैं। आधा दर्जन से अधिक गांव नदी की कटाव की जद में हैं। अब तक 30 घर नदी में समा चुके, 200 से अधिक कटाव की जद में हैं। यहां एक हजार से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। फसल की क्षति भी हुई है।

गोपालगंज में बाढ़ का कहर जारी

गोपालगंज के मांझा के पुरैना के बाद बैकुंठपुर के सोनवलिया, मड़वा तथा मूंजा में सारण तटबंध के कई जगह टूटने से गंडक नदी की बाढ़ प्रलयंकारी बनी हुई है। कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। पुरैना के पास सारण तटबंध टूटने से पीडि़त सड़क पर उतर आए।