भीड़ को देखने के लिए रुक गए थे

कमलेश राय के पेट में गोली लगी है, तो गणेश कुमार के सीने से निकलती हुई गोली रीढ़ की हड्डी में फंसी है। ये चारों दूसरे गांव के हैं और गुटरी पुल के पास लगी भीड़ को देखने के लिए रुक गए थे। जब तक मामला समझ पाते, गोली लग गई। इस गोलीकांड में सात लोगों की ऑन द स्पॉट मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि पुलिस ने भीड़ को परेशान किया। भीड़ के साथ गाली-गलौज की और जब लोगों ने पत्थर चलाया, तो जवाब में गोली चला दी गई।

भीड़ देख रुके और खा गए गोली

क्लास नाइंथ में पढ़ रहे सिमरीडी गांव के रितिक ने बताया कि वह गुटरी पुल पर भीड़ देखकर रुक गया था। अचानक गोली लग गई। कटैया निवासी मदन कुमार ने बताया कि वह साढ़े तीन बजे पुल पार कर रहा था कि गोली आकर लग गई। उधर, दलदली के रहने वाले गणेश कुमार ने बताया कि पुलिस की ओर से अचानक गोली चला दी गई। कमलेश राय ने बताया कि पुलिस के कहने पर ही लोग गुटरी पुल के पास गए थे और इस तरह पुलिस की ओर से गोली चला दी। कइयों का पता नहीं चला है। सात हजार की भीड़ पर चली गोली के बाद मची भगदड़ में सैकड़ों लोग घायल हो गए.अपहरण व लाश के मसले पर उठी 'आग'

पश्चिम चंपारण के बाल्मीकि नगर के नौरंगिया एरिया में दस दिन पहले हुए चंद्रेश्वर की किडनैपिंग को लेकर गांववालों ने कई बार थाने का घेराव किया था। जब चंद्रेश्वर का टॉर्च गन्ने के खेत में मिला, तो गांववाले उग्र होकर थाने पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने लोगों को गुटरी पुल के पास बढऩे को कहा और बताया कि वहां पर लाश मिल सकती है। वहां लाश नहीं मिलने पर गांववालों ने पुलिस को बंधक बना लिया, जिसके बाद पुलिस और पब्लिक के बीच पथराव और गाली-गलौज हुई। पुलिस की ओर से चलायी गयी गोली में सात लोगों की मौत हुई, तो सैकड़ों घायल हो गए। इस घटना में 25 पुलिसकर्मी भी इंजर्ड हुए हैं।