PATNA : फ्भ्0वां गुरुपर्व जनवरी, ख्0क्7 में मनाया जाना है। इसे लेकर केंद्र सरकार, बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन के तमाम ऑफिसर से लेकर तख्तश्री कमेटी और सिख संगत, स्वयंसेवी संस्थाएं गुरुपर्व को लेकर लगातार बेहतर व्यवस्था करने को जुटी हैं। पटना साहिब सिख धर्मावलंबियों के लिए बहुत पवित्र स्थान है इसलिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। गुरुपर्व की व्यवस्था और उसकी तैयारियों को लेकर शुक्रवार को आई नेक्स्ट ने लोगों से फीडबैक जानने की कोशिश की। इसके लिए हाजीगंज स्थित अरोड़ा हाउस में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया था। जिसमें कई बातें सामने आई, जो इस प्रकार है

गुरु की संगत को गुरुद्वारा की दहलीज तक लाने की व्यवस्था हो। हर प्वाइंट पर सिक्योरिटी एवं लाइट की व्यवस्था हो। लंगर का स्टेटस बढ़े। -चरणजीत सिंह, एक्स जेनरल सेक्रेटरी सह सीनियर मेंबर, तख्तश्री कमेटी

फ्भ्0वां गुरुपर्व में कहीं हड़बड़ी का ?याह और कनपटी में सिंदूर वाली बात न हो। टूरिज्म डिपार्टमेंट ने गुरु महाराज पर गुरमुखी और अंग्रेजी में बुक प?िलशड कराई है। प्राइस 700 है, पर फ्री में बंट रही।

-राजा सिंह, एक्स सेक्रेटरी, तख्तश्री कमेटी

टेंट सिटी पर करोड़ों खर्च के बाद उसे उखाड़ दिया जाएगा। कोशिश हो कि फ्भ्0वें गुरुपर्व को यादगार बनाया जाए । गरीबों के लिए विवि, स्कूल-कॉलेज, आवास या कोई भवन बने।

-त्रिलोक सिंह निषाद, प्रधान, सेवादार समाज कल्याण समिति

लोकल पब्लिक संगतों की सेवा में आगे आए। कचरों को रोड और गली में न फेंकें। घर और प्रतिष्ठानों को रंगीन रोशनी से सजाएं। खुद सीएम इस पर्व को बेहतर और यादगार बनाने की हर कोशिश में लगे हैं। -अनंत अरोड़ा, सोशल एक्टिविस्ट

बिजली और सफाई की बेहतर व्यवस्था नहीं दिख रही। यहां बिखरे केबल को बंच से एक साथ जोड़ा जा रहा है। इससे स्पार्क होने पर लाइट एक साथ जा सकती है। अबतक निगम ने डस्टबिन नहीं लगाया।

-प्रदीप काश, लोकल रेसिडेंशियल

यह शहर काफी पुराना है। यहां का हर रास्ता बेहद संकीर्ण है। ऐसे में वैकल्पिक गंगा किनारे रोड का रास्ता न होने का मलाल है। फिर भी हम सब मिल कर संगतों की सेवा को तैयार हैं।

-मनोहर सिंह बग्गा, सिख संगत

तख्तश्री लोकल संगतों की सेवा ले। भ् जनवरी को गांधी मैदान में कार्यक्रम के बाद संगत गुरुद्वारा गुरु का बाग जाएंगी। उसके लिए अबतक कोई ट्रैफिक, रूट, क्राउड कंट्रोल की प्लानिंग नहीं है।

-इंद्रपाल सिंह, व्यवसायी

गुरुपर्व पर हजारों लोग पटना आएंगे। उनके आने और जाने में कोई प्राब्लम न हो इसकी प्रोपर प्लानिंग में हम लोग जुटे हैं। संगतों को प्रॉपर रिहाइश और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिले। ऐसी व्यवस्था हो कि तख्तश्री कमेटी भी लोकल संगतों की सेवा ले.लोगों को कोई भी प्राब्लम न हो इसका ख्याल रखा जाए और पटना से जाने के बाद हमारी मेहमान नवाजी को याद रखें।

-कुलदीप सिंह, लोकल संगत

दशमेश पिता ने अवतार को पटना चुना। मुगल और अंग्रेजों के बाद नीतीश सरकार ने इंटरनेशनल सिख कांक्लेब कर इतिहास मे ंनाम लिखा लिया। लोकल लोगों में चिंता है ट्रेफिक, कारोबार, एजुकेशन से रिलेटेड लोगों को उस टाइम की प्लानिंग की जानकारी नही ंमिलने से चिंता है।

-चरणजीत सिंह मंटू, लोकल सिख संगत

इंक्रॉचमेंट बड़ी समस्या है। रोड चौड़ा हो रहा और फुटपाथ इंक्रॉच हो रहा। चौक थाना में बना बोरिंग का पानी कम

व्यास वाले पाइप लाइन से जोड़ा गया है। गुरुद्वारा बाललीला में नया बोरिंग नहीं कराया गया।

-अजय सिंह, सिख संगत

ये कमियां पूरी होंगी तभी सफल होगा गुरुपर्व

पब्लिक को अवेयर होना होगा, अपने अंदर सोए हुए सीविक सेंस को जगाना होगा।

गुरुद्वारा के आसपास के अतिक्रमणों को तत्काल प्रभाव से हटाना होगा।

सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत है।

चल रहे कार्य को हर हाल में क्भ् दिसंबर तक खत्म करना होगा।